Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Dec 2023 · 1 min read

बुंदेली दोहा-अनमने

बुंदेली दोहे- अनमने (उदास )
1
हुयै देव सब अनमने ,
#राना बढ़ गय‌ पाप |
विस्नु सै सबरै कयैं ,
लेव जनम अब आप ||
2
गोकुल कै भय अनमने ,
इंद्र भयौ नाराज |
#राना तब पर्वत उठा ,
कृष्ण समारैं काज ||
3
धना कात #राना सुनौ ,
हौतइ काय अधीर |
नइँ रानै है अनमने ,
आज पकी है खीर ||

***
✍️ राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़*
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

1 Like · 306 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all

You may also like these posts

थोथा चना ©मुसाफ़िर बैठा
थोथा चना ©मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
आचार्या पूनम RM एस्ट्रोसेज
आचार्या पूनम RM एस्ट्रोसेज
कवि कृष्णा बेदर्दी 💔
*लटें जज़्बात कीं*
*लटें जज़्बात कीं*
Poonam Matia
नारी-शक्ति के प्रतीक हैं दुर्गा के नौ रूप
नारी-शक्ति के प्रतीक हैं दुर्गा के नौ रूप
कवि रमेशराज
अजब गजब
अजब गजब
Akash Yadav
!! स्वर्णिम भारत !!
!! स्वर्णिम भारत !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
दुनिया की बुनियाद
दुनिया की बुनियाद
RAMESH SHARMA
"तेरी तलाश में"
Dr. Kishan tandon kranti
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जब किसी से किसी को प्यार होता है...
जब किसी से किसी को प्यार होता है...
Ajit Kumar "Karn"
सुबह हर दिन ही आता है,
सुबह हर दिन ही आता है,
DrLakshman Jha Parimal
हंसें और हंसाएँ
हंसें और हंसाएँ
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कहीं बरसे मूसलाधार ,
कहीं बरसे मूसलाधार ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
भूख
भूख
Mansi Kadam
"बसंत पंचमी "
Pushpraj Anant
4255.💐 *पूर्णिका* 💐
4255.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जिन रिश्तों को मीठा बनाए रखने के लिए
जिन रिश्तों को मीठा बनाए रखने के लिए "लल्लो-चप्पो" की चाशनी
*प्रणय प्रभात*
पुरानी गली के कुछ इल्ज़ाम है अभी तुम पर,
पुरानी गली के कुछ इल्ज़ाम है अभी तुम पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल (गहराइयाँ ग़ज़ल में.....)
ग़ज़ल (गहराइयाँ ग़ज़ल में.....)
डॉक्टर रागिनी
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
हिंदी दलित साहित्य में बिहार- झारखंड के कथाकारों की भूमिका// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
दुनिया हो गयी खफा खफा....... मुझ से
दुनिया हो गयी खफा खफा....... मुझ से
shabina. Naaz
"मैं यह कर सकता हूँ"
Rati Raj
शीर्षक: स्वप्न में रोटी
शीर्षक: स्वप्न में रोटी
Kapil Kumar Gurjar
राम–गीत
राम–गीत
Abhishek Soni
प्यास
प्यास
sushil sarna
राम
राम
Meenakshi Bhatnagar
नज़रें मिलाना भी नहीं आता
नज़रें मिलाना भी नहीं आता
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मत्तगयंत सवैया (हास्य रस)
मत्तगयंत सवैया (हास्य रस)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
शराब की वज़ह से
शराब की वज़ह से
Shekhar Chandra Mitra
कन्यादान
कन्यादान
Shekhar Deshmukh
Loading...