Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Dec 2023 · 1 min read

तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा

तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
“कश्यप”।
वजह कोई भी हो पर दिल से मुझको याद करते हो ।।

1 Like · 322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*पीड़ा*
*पीड़ा*
Dr. Priya Gupta
***कई राज सीने में दफ़न है***
***कई राज सीने में दफ़न है***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
4117.💐 *पूर्णिका* 💐
4117.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मैं और मेरे प्रभु
मैं और मेरे प्रभु
ललकार भारद्वाज
आंखों में भरी यादें है
आंखों में भरी यादें है
Rekha khichi
श्याम हमारा हाथ थाम कर भजन अरविंद भारद्वाज
श्याम हमारा हाथ थाम कर भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज ARVIND BHARDWAJ
बढ़ना है आगे तो
बढ़ना है आगे तो
Indu Nandal
प्रकृति नियम
प्रकृति नियम
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
गुहार
गुहार
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
कोरे कागज़ पर
कोरे कागज़ पर
हिमांशु Kulshrestha
हौसला ना आजमा मेरी किस्मत,
हौसला ना आजमा मेरी किस्मत,
Vaishaligoel
वनिता
वनिता
Satish Srijan
गीत - जीवन मेरा भार लगे - मात्रा भार -16x14
गीत - जीवन मेरा भार लगे - मात्रा भार -16x14
Mahendra Narayan
सावन-भादो
सावन-भादो
Dr Archana Gupta
और तो क्या ?
और तो क्या ?
gurudeenverma198
बात थी छोटी मगर अपना
बात थी छोटी मगर अपना
S K Singh Singh
बाघ संरक्षण
बाघ संरक्षण
Neeraj Kumar Agarwal
पल परिवर्तन
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इस खामोशी में हम तेरी औकात छुपाए बैठे हैं,
इस खामोशी में हम तेरी औकात छुपाए बैठे हैं,
raijyoti47.
SV3888 - Đăng nhập Nhà Cái SV3888 Casino Uy Tín. Nạp rút tiề
SV3888 - Đăng nhập Nhà Cái SV3888 Casino Uy Tín. Nạp rút tiề
SV3888
दबी दबी आहें
दबी दबी आहें
Shashi Mahajan
sp59 हर एक पत्नी समझ समझ का फेर
sp59 हर एक पत्नी समझ समझ का फेर
Manoj Shrivastava
मज़हब ही है सिखाता आपस में वैर रखना
मज़हब ही है सिखाता आपस में वैर रखना
Shekhar Chandra Mitra
गोवा की सैर (कहानी)
गोवा की सैर (कहानी)
Ravi Prakash
दोहा चौका. . . . रिश्ते
दोहा चौका. . . . रिश्ते
sushil sarna
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
*आज के दौर
*आज के दौर
*प्रणय प्रभात*
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
अभी भी बहुत समय पड़ा है,
शेखर सिंह
साहस
साहस
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ हम निभाते रहे, कुछ वो निभाते रहे
कुछ हम निभाते रहे, कुछ वो निभाते रहे
Shreedhar
Loading...