Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2023 · 1 min read

मन का भाव

🦚
जैसा भाव भरा हो मन में, अपना रंग दिखायेगा।
चुपके से दूजे के मन से, चुगली जा कर आयेगा ।।
स्वर ,वाणी फिर शब्द बदलते, बदला करती है भाषा ।
अच्छे सम्बंधों की तो फिर ,रखना मत मन में‌ आशा ।।

भाव‌ समझ जिसके आया ।
फल मीठा उसने पाया ।।
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
🌳🦚🌳

Language: Hindi
304 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all

You may also like these posts

*आदर्शता का पाठ*
*आदर्शता का पाठ*
Dushyant Kumar
मन्नत के धागे
मन्नत के धागे
Dr. Mulla Adam Ali
ग़ज़ल : कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में
ग़ज़ल : कई क़िस्से अधूरे रह गए अपनी कहानी में
Nakul Kumar
Me Time
Me Time
MEENU SHARMA
মা কালীকে নিয়ে লেখা গান
মা কালীকে নিয়ে লেখা গান
Arghyadeep Chakraborty
4137.💐 *पूर्णिका* 💐
4137.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Why cheating, breakups and divorces are more.?
Why cheating, breakups and divorces are more.?
पूर्वार्थ
दोहा 🌹💖
दोहा 🌹💖
Neelofar Khan
विराम चिह्न
विराम चिह्न
Neelam Sharma
"दोस्ती-दुश्मनी"
Dr. Kishan tandon kranti
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
फूल यूहीं खिला नहीं करते कलियों में बीज को दफ़्न होना पड़ता
Lokesh Sharma
दे दो हमें मोदी जी(ओपीएस)
दे दो हमें मोदी जी(ओपीएस)
Jatashankar Prajapati
"पीओके भी हमारा है"
राकेश चौरसिया
तेरे दर पे आये है दूर से हम
तेरे दर पे आये है दूर से हम
shabina. Naaz
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
कई मौसम गुज़र गये तेरे इंतज़ार में।
Phool gufran
शरीर जल गया, मिट्टी में मिल गया
शरीर जल गया, मिट्टी में मिल गया
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
दोहा पंचक. . . नववर्ष
दोहा पंचक. . . नववर्ष
Sushil Sarna
प्रेम और भक्ति
प्रेम और भक्ति
Indu Singh
विरह–व्यथा
विरह–व्यथा
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
હકીકત
હકીકત
Iamalpu9492
मयकदों  के  निज़ाम  बिकते   हैं ।
मयकदों के निज़ाम बिकते हैं ।
sushil sarna
हमारा पहला प्यार : हमारा दोस्त
हमारा पहला प्यार : हमारा दोस्त
ओनिका सेतिया 'अनु '
भटकता रहा ये मन
भटकता रहा ये मन
Shashi kala vyas
नवरात्र में अम्बे मां
नवरात्र में अम्बे मां
Anamika Tiwari 'annpurna '
- भूलने की आदत नही है -
- भूलने की आदत नही है -
bharat gehlot
"मैं सब कुछ सुनकर मैं चुपचाप लौट आता हूँ
गुमनाम 'बाबा'
जुदाई  की घड़ी लंबी  कटेंगे रात -दिन कैसे
जुदाई की घड़ी लंबी कटेंगे रात -दिन कैसे
Dr Archana Gupta
भावो का भूखा
भावो का भूखा
ललकार भारद्वाज
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
Taj Mohammad
*चली आई मधुर रस-धार, प्रिय सावन में मतवाली (गीतिका)*
*चली आई मधुर रस-धार, प्रिय सावन में मतवाली (गीतिका)*
Ravi Prakash
Loading...