Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Dec 2023 · 1 min read

सीने में जज्बात

लाख छिपाए आपने, सीने में जज्बात ।
नैन निगोड़े कह गए, कहनी थी जो बात ।।
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 269 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कौशल्या नंदन
कौशल्या नंदन
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
वोट डालने निश्चित जाना
वोट डालने निश्चित जाना
श्रीकृष्ण शुक्ल
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
पहले नाराज़ किया फिर वो मनाने आए।
सत्य कुमार प्रेमी
पूस की रात।
पूस की रात।
Anil Mishra Prahari
श्रीमान - श्रीमती
श्रीमान - श्रीमती
Kanchan Khanna
जिस रिश्ते में
जिस रिश्ते में
Chitra Bisht
बाल कविता: बंदर मामा चले सिनेमा
बाल कविता: बंदर मामा चले सिनेमा
Rajesh Kumar Arjun
कल एक बेहतर दिन होगा
कल एक बेहतर दिन होगा
Girija Arora
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
Kshma Urmila
"अकेले का साथी होगा "
Madhu Gupta "अपराजिता"
विजया घनाक्षरी
विजया घनाक्षरी
seema sharma
संसार क्या देखें
संसार क्या देखें
surenderpal vaidya
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
पूर्वार्थ
मन के द्वीप
मन के द्वीप
Dr.Archannaa Mishraa
रंग दो
रंग दो
sheema anmol
असहाय वेदना
असहाय वेदना
Shashi Mahajan
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरे भोले भण्डारी
मेरे भोले भण्डारी
Dr. Upasana Pandey
क्य़ूँ अपना सर खपाऊँ मैं?
क्य़ूँ अपना सर खपाऊँ मैं?
Kirtika Namdev
मुक्ताहरा सवैया
मुक्ताहरा सवैया
Kamini Mishra
*अंतर्मन में राम जी, रहिए सदा विराज (कुंडलिया)*
*अंतर्मन में राम जी, रहिए सदा विराज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
4500.*पूर्णिका*
4500.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़ेवर नहीं, ज़ंजीर है यह
ज़ेवर नहीं, ज़ंजीर है यह
Shekhar Chandra Mitra
दोस्तों!
दोस्तों!
*प्रणय प्रभात*
उपासक लक्ष्मी पंचमी के दिन माता का उपवास कर उनका प्रिय पुष्प
उपासक लक्ष्मी पंचमी के दिन माता का उपवास कर उनका प्रिय पुष्प
Shashi kala vyas
याद कब हमारी है
याद कब हमारी है
Shweta Soni
" हकीकत "
Dr. Kishan tandon kranti
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
अगर ठोकर लगे तो क्या, संभलना है तुझे
Dr Archana Gupta
अपनी समझ और सूझबूझ से,
अपनी समझ और सूझबूझ से,
आचार्य वृन्दान्त
মন তুমি শুধু শিব বলো (শিবের গান)
মন তুমি শুধু শিব বলো (শিবের গান)
Arghyadeep Chakraborty
Loading...