Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2023 · 1 min read

इंतजार

इंतजार
रोज की तरह ही आज भी पक्षी चहचहा रहे थे और सूरज भी रोज़ की तरह ही निकला। परंतु साधना के लिए आज का दिन कभी न भूलने वाला हो गया। बड़े नाज़ो से पाला था बेटे को। लोगों के घरों में बर्तन मांज कर बेटे की हर ख्वाहिश को पूरा किया था उसने।
आज उठते ही रघु अपनी मां के पास गया और बोला ,”मां अब मैं और रंजू दोनों ही शहर में रहेंगे। मैं वहां अकेला नहीं रह सकता। कंपनी का फ्लैट भी बहुत बड़ा है । समय आने पर मैं तुमको भी शहर ले जाऊंगा।
मां ने निशब्द मुस्कुराकर दोनों को विदा कर दिया। देर तक निहारती रही गांव की छोर से दोनों को जाते हुए । बचपन से आज तक ममत्व के सभी दृश्यों की उछालों को अपने हृदय में समेटे, भारी मन, फिर घर लौट आई।
तब से लेकर आज तक मां गांव के उसी छोर पर बैठ रोज देर शाम तक बेटे का इंतजार करती है । बस इसी तरह रोज़, हर रोज़ उसकी उम्र ढलती है।

1 Like · 226 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
View all

You may also like these posts

देश का वामपंथ
देश का वामपंथ
विजय कुमार अग्रवाल
दहन
दहन
Shyam Sundar Subramanian
हुनर का मेहनताना
हुनर का मेहनताना
आर एस आघात
जीवन की निरंतरता
जीवन की निरंतरता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मुझे पढ़ना है, तो क़िताब पढ़ना सीख लो तुम
मुझे पढ़ना है, तो क़िताब पढ़ना सीख लो तुम
करन ''केसरा''
बेटा
बेटा
अनिल "आदर्श"
कोशिशें भी कमाल करती हैं
कोशिशें भी कमाल करती हैं
Sunil Maheshwari
अर्ज किया है
अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*Solace*
*Solace*
Veneeta Narula
देख तो ऋतुराज
देख तो ऋतुराज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मेरी प्रिय
मेरी प्रिय
Brandavan Bairagi
We will walk the path , English translation of my poem
We will walk the path , English translation of my poem
Mohan Pandey
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
संदली सी सांझ में, ज़हन सफ़ेद-कागज़ के नाव बनाये।
संदली सी सांझ में, ज़हन सफ़ेद-कागज़ के नाव बनाये।
Manisha Manjari
3003.*पूर्णिका*
3003.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
if two souls are destined to meet, the universe will always
if two souls are destined to meet, the universe will always
पूर्वार्थ
जो पढ़ लेते दिल और दिमाग़ तो रोते कितनों के दिल ज़ार ज़ार।
जो पढ़ लेते दिल और दिमाग़ तो रोते कितनों के दिल ज़ार ज़ार।
Madhu Gupta "अपराजिता"
जादुई गज़लों का असर पड़ा है तेरी हसीं निगाहों पर,
जादुई गज़लों का असर पड़ा है तेरी हसीं निगाहों पर,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शीर्षक:गुरु मेरा अभिमान
शीर्षक:गुरु मेरा अभिमान
Harminder Kaur
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
" जागीर "
Dr. Kishan tandon kranti
हर दुआ में है, खैर बस तेरी
हर दुआ में है, खैर बस तेरी
Dr fauzia Naseem shad
कुछ लिखूँ.....!!!
कुछ लिखूँ.....!!!
Kanchan Khanna
नारी और चुप्पी
नारी और चुप्पी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
जीवन रंगमंच
जीवन रंगमंच
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
शब्द लौटकर आते हैं,,,,
Shweta Soni
राही
राही
Rambali Mishra
हरियाणा चुनाव
हरियाणा चुनाव
Sanjay ' शून्य'
अरदास भजन (27)
अरदास भजन (27)
Mangu singh
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
मेरी खुशी हमेसा भटकती रही
Ranjeet kumar patre
Loading...