Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Nov 2023 · 1 min read

जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा

जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा।
एक से नही,दासियों से इश्क लड़ाया होगा।।

चेहरे पर गेसू फैलाकर,सबको बहकाया होगा।
अपने खूबसूरत चेहरे को,ज़रूर छिपाया होगा।।

जब तुमने सोलवा जन्म दिन मनाया होगा।
हर कोई तेरे लिए उपहार भी लाया होगा।।

चले तो होंगे तेरे प्यार के चर्चे सबको पता होगा।
पर तूने सहेलियों से कुछ भी न बताया होगा।।

चलती रहती चिट्ठी पत्री,तुझे सब पता होगा।
तूने चिट्ठी पत्री को,किताबो में छिपाया होगा।।

जाती थी जब कॉलेज,रिक्शे में बैठकर तुम।
कितने ही आशिको को तुमने दौड़ाया होगा।।

रस्तोगी जवानी के बारे में और क्या अधिक लिखे।
सबको तो जवानी के बारे में,सब कुछ जताया होगा।।

आर के रस्तोगी गुरुग्राम

Language: Hindi
6 Likes · 5 Comments · 853 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ram Krishan Rastogi
View all

You may also like these posts

सच कहता हूँ
सच कहता हूँ
ललकार भारद्वाज
जिंदगी से थकान
जिंदगी से थकान
ओनिका सेतिया 'अनु '
मोबाइल महिमा
मोबाइल महिमा
manorath maharaj
कहार गीत
कहार गीत
Shekhar Chandra Mitra
एक घर था*
एक घर था*
Suryakant Dwivedi
जग जननी है जीवनदायनी
जग जननी है जीवनदायनी
Buddha Prakash
मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)
मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)
Ravi Prakash
मेरा भारत महान
मेरा भारत महान
Sudhir srivastava
मर्यादा पुरषोत्तम
मर्यादा पुरषोत्तम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
आपने जो इतने जख्म दिए हमको,
आपने जो इतने जख्म दिए हमको,
Jyoti Roshni
" हादसा "
Dr. Kishan tandon kranti
जुआं में व्यक्ति कभी कभार जीत सकता है जबकि अपने बुद्धि और कौ
जुआं में व्यक्ति कभी कभार जीत सकता है जबकि अपने बुद्धि और कौ
Rj Anand Prajapati
മുളകൊണ്ടുള്ള കാട്ടിൽ
മുളകൊണ്ടുള്ള കാട്ടിൽ
Otteri Selvakumar
मन मर्जी के गीत हैं,
मन मर्जी के गीत हैं,
sushil sarna
लेखन
लेखन
Sanjay ' शून्य'
संत
संत
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
माँ मुझे विश्राम दे
माँ मुझे विश्राम दे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"जिद्द- ओ- ज़हद"
ओसमणी साहू 'ओश'
हाइकु - डी के निवातिया
हाइकु - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
"भागते चोर की लंगोटी"
Khajan Singh Nain
روح میں آپ اتر جائیں
روح میں آپ اتر جائیں
अरशद रसूल बदायूंनी
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है चुपचाप सहने की भी
कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है चुपचाप सहने की भी
Rekha khichi
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Mukesh Kumar Sonkar
गज़ल काफिर कौन
गज़ल काफिर कौन
Mahender Singh
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीवनसाथी  तुम ही  हो  मेरे, कोई  और -नहीं।
जीवनसाथी तुम ही हो मेरे, कोई और -नहीं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
18 असुध
18 असुध
Lalni Bhardwaj
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
Dr Archana Gupta
- यायावर सा घूमना चाहता हु -
- यायावर सा घूमना चाहता हु -
bharat gehlot
..
..
*प्रणय प्रभात*
Loading...