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12 Nov 2023 · 1 min read

स्मृति ओहिना हियमे– विद्यानन्द सिंह

आखर स्नेहक ,जतए सखा
सियाक गाम ,सरस बोल
ओ गंगा कातक बौद्धगाछ !

पगमे पग आङन – आङन
पेटी प्रभास लाल पाथर
अतुल्य ओकर अनमोल ।

दिव्यशक्ति प्रभा अंजोर
वंसुधरा , ओ तीरिभुक्ति
राघव जनम पुनः होइ मोर ।

हे मातृ-भूमि करमा !
माटिक चानर तोर
बरिख अस्सी कालचक्रमे
दुलार हमरो अभिलाषा ।

काशी मुगल दंगल लोकमे
विस्मृत संस्कृति आ इतिहास
ओ बड्ड हकन्न नोर कतओ
चगेरि ओट चन्ना चकोर ।

स्मृति ओहिना हिअमे
अतुल्य ओकर अनमोल ।

Language: Maithili
4 Likes · 2 Comments · 296 Views
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