Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2023 · 1 min read

बांध रखा हूं खुद को,

बांध रखा हूं खुद को,
मर्यादाओं के बंधन में,
जानता हूं…
बिखर गया तो, निखर नहीं पाऊंगा।

312 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बूंद और समुंद
बूंद और समुंद
Dr MusafiR BaithA
वो हमें कब
वो हमें कब
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
SURYA PRAKASH SHARMA
*(संवाद की)*
*(संवाद की)*
*प्रणय प्रभात*
प्रकृति बिना मनुष्य
प्रकृति बिना मनुष्य
Dr. Mulla Adam Ali
स्त्रियाँ
स्त्रियाँ
Shweta Soni
इंतजार
इंतजार
शिवम राव मणि
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
डायरी
डायरी
Rambali Mishra
कुछ अच्छे तो कुछ बुरे निकले पर अनुभव बहुत खरे निकले।
कुछ अच्छे तो कुछ बुरे निकले पर अनुभव बहुत खरे निकले।
Madhu Gupta "अपराजिता"
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3879.*पूर्णिका*
3879.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आँगन में दीवा मुरझाया
आँगन में दीवा मुरझाया
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
விடிந்தும்
விடிந்தும்
Otteri Selvakumar
सुबह का नमस्कार ,दोपहर का अभिनंदन ,शाम को जयहिंद और शुभरात्र
सुबह का नमस्कार ,दोपहर का अभिनंदन ,शाम को जयहिंद और शुभरात्र
DrLakshman Jha Parimal
ये लोकतंत्र का त्यौहार है ।
ये लोकतंत्र का त्यौहार है ।
DR. RAKESH KUMAR KURRE
"आदमी "
Dr. Kishan tandon kranti
आत्मविश्वास और आसमान आपको कभी भी अलग थलग नही होने देंगे।
आत्मविश्वास और आसमान आपको कभी भी अलग थलग नही होने देंगे।
Rj Anand Prajapati
नफ़रत में जलने वालों के घाव भरते नही है
नफ़रत में जलने वालों के घाव भरते नही है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
"बेखबर हम और नादान तुम " अध्याय -3 "मन और मस्तिष्क का अंतरद्वंद"
कवि अनिल कुमार पँचोली
थोड़ा सा झुक जाने से।
थोड़ा सा झुक जाने से।
Buddha Prakash
मैंने पहचान लिया तुमको
मैंने पहचान लिया तुमको
महेश चन्द्र त्रिपाठी
बड़ी  हसीन  रात  थी  बड़े  हसीन  लोग  थे।
बड़ी हसीन रात थी बड़े हसीन लोग थे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
फितरत की कहानी
फितरत की कहानी
प्रदीप कुमार गुप्ता
चलते चलते
चलते चलते
Ragini Kumari
दोहा पंचक. . . . मजबूर
दोहा पंचक. . . . मजबूर
sushil sarna
वक्त गुजर जायेगा
वक्त गुजर जायेगा
Sonu sugandh
लगाते भाल पर चंदन बताते गर्व से हिंदू,
लगाते भाल पर चंदन बताते गर्व से हिंदू,
Anamika Tiwari 'annpurna '
कविताश्री
कविताश्री
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
क्यों पुराने लोग तनाव में कम ओर खुश स्वस्थ ज्यादा थे
क्यों पुराने लोग तनाव में कम ओर खुश स्वस्थ ज्यादा थे
पूर्वार्थ
Loading...