Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
2 Nov 2023 · 1 min read

"जिसका जैसा नजरिया"

“जिसका जैसा नजरिया”
मैं खुली किताब भी
और बन्द लिफाफा,
जिसका जैसा नजरिया
उसने वैसा आँका।
कोई मेरी बात सुने
चाहे कर दे अनसुनी,
बन्द दरवाजे को मैंने
पलटकर नहीं झाँका।

Loading...