Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2023 · 1 min read

* दिल बहुत उदास है *

* दिल बहुत उदास है *
******************

ये दिल बहुत उदास है,
खाली पड़ा निवास है।

कड़वाहट स्वाद है बुरा,
फीकी लगे मिठास है।

तम तो हमें पतंग सा,
छाया यहाँ प्रकाश है।

देखा उसे खड़ा सामने,
मन में बड़ा उल्लास है।

मनसीरत पसंद नहीं,
पहना बुरा लिबास है।
******************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेडी राओ वाली (कैथल)

333 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बसंत
बसंत
Lovi Mishra
एक ख्वाब...
एक ख्वाब...
Manisha Wandhare
गुस्सा
गुस्सा
Rekha khichi
रात ॲंधेरी सावन बरसे नहीं परत है चैन।
रात ॲंधेरी सावन बरसे नहीं परत है चैन।
सत्य कुमार प्रेमी
स्कूल का पहला दिन
स्कूल का पहला दिन
विक्रम सिंह
"स्पीड ब्रेकर"
Dr. Kishan tandon kranti
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
अश्विनी (विप्र)
सूरजमुखी
सूरजमुखी
अंकित आजाद गुप्ता
उन से कहना था
उन से कहना था
हिमांशु Kulshrestha
पत्नी (दोहावली)
पत्नी (दोहावली)
Subhash Singhai
आग का जन्म घर्षण से होता है, मक्खन का जन्म दूध को मथने से हो
आग का जन्म घर्षण से होता है, मक्खन का जन्म दूध को मथने से हो
Rj Anand Prajapati
नारी शक्ति
नारी शक्ति
लक्ष्मी सिंह
*वंदन शासक रामपुर, कल्बे अली उदार (कुंडलिया)*
*वंदन शासक रामपुर, कल्बे अली उदार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
4891.*पूर्णिका*
4891.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
का है ?
का है ?
Buddha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
सच
सच
Sanjay ' शून्य'
आग पानी में भी लग सकती है
आग पानी में भी लग सकती है
Shweta Soni
पद्मावती पिक्चर के बहाने
पद्मावती पिक्चर के बहाने
Manju Singh
जिस नारी ने जन्म दिया
जिस नारी ने जन्म दिया
VINOD CHAUHAN
मुक्तक
मुक्तक
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
असफलता एक चुनौती है
असफलता एक चुनौती है
भगवती पारीक 'मनु'
*आ गये हम दर तुम्हारे,दिल चुराने के लिए*
*आ गये हम दर तुम्हारे,दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भूख
भूख
krupa Kadam
🙅सूत्रों के अनुसार🙅
🙅सूत्रों के अनुसार🙅
*प्रणय*
मैं
मैं
Dr.Pratibha Prakash
- कभी कुछ तो कभी कुछ -
- कभी कुछ तो कभी कुछ -
bharat gehlot
भरोसे का बना रहना
भरोसे का बना रहना
surenderpal vaidya
वक़्त होता
वक़्त होता
Dr fauzia Naseem shad
सब कुछ देख लिया इस जिंदगी में....
सब कुछ देख लिया इस जिंदगी में....
ruchi sharma
Loading...