Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Oct 2023 · 1 min read

करता नहीं हूँ फिक्र मैं, ऐसा हुआ तो क्या होगा

करता नहीं हूँ फिक्र मैं, ऐसा हुआ तो क्या होगा।
लेकिन करुंगा मैं तो वही, मंजूर जो मुझे होगा।।
करता नहीं हूँ फिक्र मैं——————-।।

आई है तुम पर मुसीबत तो,याद तुमको मैं आ गया।
जिससे थी कल तुम्हें नफरत, प्यार उसपे आ गया।।
सब कुछ समझता हूँ मैं भी, मकसद तुम्हारा क्या है।
देखूंगा लेकिन मैं भी अब, फायदा क्या मुझे होगा।।
करता नहीं हूँ फिक्र मैं——————-।।

कहते हो तुम मुझसे, समझने को जिम्मेदारियां।
रस्में निभाने के लिए, देने को अपनी कुर्बानियां।।
तुमने निभाई क्यों नहीं रस्म, जब मैं भूखा सोता था।
मैं भी तो अब यह देखूंगा, इंतजाम मेरा क्या होगा।।
करता नहीं हूँ फिक्र मैं ———————–।।

मानी नहीं है यदि मैंने, कोई तुम्हारी बात आज।
समझा नहीं है यदि मैंने, कोई तुम्हारा दर्द आज।।
तुम भी समझ लो मुझको अब, मतलबी तुम जैसा।
यह दोष भी तो तुम्हारा है, अफसोस क्यों मुझे होगा।।
करता नहीं हूँ फिक्र मैं ———————-।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

377 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कवि/लेखक- दुष्यन्त कुमार (सम्पूर्ण साहित्यिक परिचय)
कवि/लेखक- दुष्यन्त कुमार (सम्पूर्ण साहित्यिक परिचय)
Dushyant Kumar
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
जब तक हम जीवित रहते हैं तो हम सबसे डरते हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
हिंदी दोहे - दही
हिंदी दोहे - दही
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मुहब्बत क्या बला है
मुहब्बत क्या बला है
Arvind trivedi
हाय! मुई मंहगाई तूने ...
हाय! मुई मंहगाई तूने ...
Sunil Suman
ज़िंदगी के तजुर्बे खा गए बचपन मेरा,
ज़िंदगी के तजुर्बे खा गए बचपन मेरा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3966.💐 *पूर्णिका* 💐
3966.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
जिंदगी में इतना खुश रहो कि,
Ranjeet kumar patre
*खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)*
*खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
तुमको एहसास क्यों नहीं होता ,
तुमको एहसास क्यों नहीं होता ,
Dr fauzia Naseem shad
এটাই সফলতা
এটাই সফলতা
Otteri Selvakumar
जिसका जैसा नजरिया होता है वह किसी भी प्रारूप को उसी रूप में
जिसका जैसा नजरिया होता है वह किसी भी प्रारूप को उसी रूप में
Rj Anand Prajapati
मंजिल पहुंचाना जिन पथों का काम था
मंजिल पहुंचाना जिन पथों का काम था
Acharya Shilak Ram
मेरी प्रिय हिंदी भाषा
मेरी प्रिय हिंदी भाषा
Anamika Tiwari 'annpurna '
"हँसिया"
Dr. Kishan tandon kranti
ठूँठ ......
ठूँठ ......
sushil sarna
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
घनाक्षरी
घनाक्षरी
seema sharma
उगें हरे संवाद, वर्तमान परिदृश्य पर समग्र चिंतन करता दोहा संग्रह।
उगें हरे संवाद, वर्तमान परिदृश्य पर समग्र चिंतन करता दोहा संग्रह।
श्रीकृष्ण शुक्ल
"शुभकामना और बधाई"
DrLakshman Jha Parimal
सत्य की खोज
सत्य की खोज
सोनू हंस
👌
👌
*प्रणय प्रभात*
घर अंगना वीरान हो गया
घर अंगना वीरान हो गया
SATPAL CHAUHAN
------------------ समझौता -------------------
------------------ समझौता -------------------
पूर्वार्थ
अंदाज़ ऐ बयाँ
अंदाज़ ऐ बयाँ
Dr. Rajeev Jain
चाहत मोहब्बत और प्रेम न शब्द समझे.....
चाहत मोहब्बत और प्रेम न शब्द समझे.....
Neeraj Kumar Agarwal
तीन हाइकु
तीन हाइकु "फिक्र"
अरविन्द व्यास
अशोक वाटिका मे सीता संग हनुमान वार्ता भाषा
अशोक वाटिका मे सीता संग हनुमान वार्ता भाषा
Acharya Rama Nand Mandal
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
Loading...