Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2023 · 1 min read

एसी कमरों में लगे तो, दीर्घ-आँगन पट गए (गीतिका )

एसी कमरों में लगे तो, दीर्घ-आँगन पट गए (गीतिका )
“””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
(1)
काटने को पेड़ घर के, सब जगह जन डट गए
एसी कमरों में लगे तो, दीर्घ-आँगन पट गए
(2)
हमने जब बच्चे पढ़ा कर, भेज अमरीका दिए
संसार से तो जुड़ गए, पर जड़ों से कट गए
(3)
तंग गलियों में पुरानी, कार जा पाती नहीं
दाम पुश्तैनी-घरों के, इस वजह से घट गए
(4)
चिट्ठियॉं कब तक पुरानी, काल भी रखता भला
धीरे-धीरे पत्र सारे , सौ जगह से फट गए
(5)
रिश्वत बड़ी भूकंप की, थी पहाड़ी को गई
इस तरह अपनी जगह से, ढेर पत्थर हट गए
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””””
रचयिता : रवि प्रकाश,
बाजार सर्राफा, रामपुर( उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997615451

376 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

इंसान भी बड़ी अजीब चीज है।।
इंसान भी बड़ी अजीब चीज है।।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
देखा है
देखा है
RAMESH Kumar
बिना चले गन्तव्य को,
बिना चले गन्तव्य को,
sushil sarna
मजदूर
मजदूर
Vivek saswat Shukla
"ईद-मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सफलता मेहनत और अनुशासन का नतीजा है, चमत्कार नहीं। हर दिन एक
सफलता मेहनत और अनुशासन का नतीजा है, चमत्कार नहीं। हर दिन एक
पूर्वार्थ देव
"मासूम ज़िंदगी वो किताब है, जिसमें हर पन्ना सच्चाई से लिखा ह
Dr Vivek Pandey
प्रेम विवाह
प्रेम विवाह
जय लगन कुमार हैप्पी
मत्तगयन्द सवैया
मत्तगयन्द सवैया
लक्ष्मी सिंह
देखा है
देखा है
Dr fauzia Naseem shad
दशमेश गुरु गोविंद सिंह जी
दशमेश गुरु गोविंद सिंह जी
Harminder Kaur
दुख निवारण ब्रह्म सरोवर और हम
दुख निवारण ब्रह्म सरोवर और हम
SATPAL CHAUHAN
रोक लें महाभारत
रोक लें महाभारत
आशा शैली
कहमुकरी : एक परिचयात्मक विवेचन
कहमुकरी : एक परिचयात्मक विवेचन
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा
मिलने को उनसे दिल तो बहुत है बेताब मेरा
gurudeenverma198
sp 63 बुनियाद भावनाओं की
sp 63 बुनियाद भावनाओं की
Manoj Shrivastava
आँगन
आँगन
Ruchika Rai
नवंबर का ये हंसता हुआ हसीन मौसम........
नवंबर का ये हंसता हुआ हसीन मौसम........
shabina. Naaz
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
2863.*पूर्णिका*
2863.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जाती हुई सर्दियां
जाती हुई सर्दियां
aestheticwednessday
शिक्षा
शिक्षा
Shashi Mahajan
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
"इंसान बनना है"
Dr. Kishan tandon kranti
- तलाश जारी है -
- तलाश जारी है -
bharat gehlot
सत्य और राम
सत्य और राम
Dr. Vaishali Verma
Really true nature and Cloud.
Really true nature and Cloud.
Neeraj Kumar Agarwal
गरीबी  बनाती ,समझदार  भाई ,
गरीबी बनाती ,समझदार भाई ,
Neelofar Khan
मैं देता उनको साधुवाद जो निज कर्तव्य निभाते
मैं देता उनको साधुवाद जो निज कर्तव्य निभाते
महेश चन्द्र त्रिपाठी
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
Rj Anand Prajapati
Loading...