Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2023 · 1 min read

आज खुश हे तु इतना, तेरी खुशियों में

आज खुश हे तु इतना, तेरी खुशियों में
ये सारा जहान शामिल नजर आता है।
आज गम से तु इतना बेजार मत हो
गम के बगैर भी ये जीवन बेकार नजर आता है।
* Swami ganganiya *

1 Like · 451 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Swami Ganganiya
View all

You may also like these posts

"विशिष्टता"
Dr. Kishan tandon kranti
चलो कुंभ का मेला
चलो कुंभ का मेला
sonu rajput
सुन-सुन कर दुखड़ा तेरा, उसे और वह बढ़ाती गई,
सुन-सुन कर दुखड़ा तेरा, उसे और वह बढ़ाती गई,
पूर्वार्थ देव
वो तो एक पहेली हैं
वो तो एक पहेली हैं
Dr. Mahesh Kumawat
समझ ना आया
समझ ना आया
Dinesh Kumar Gangwar
श्री रामलला
श्री रामलला
Tarun Singh Pawar
क़ैद
क़ैद
Shekhar Chandra Mitra
'आरक्षितयुग'
'आरक्षितयुग'
पंकज कुमार कर्ण
धार्मिक तथ्य और यथार्थ जीवन तथ्यों के बीच विरोधाभास
धार्मिक तथ्य और यथार्थ जीवन तथ्यों के बीच विरोधाभास
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
रखो माहौल का पूरा ध्यान
रखो माहौल का पूरा ध्यान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
अविरल धारा।
अविरल धारा।
Amber Srivastava
पुस्तक समीक्षा
पुस्तक समीक्षा
अशोक कुमार ढोरिया
There are instances that people will instantly turn their ba
There are instances that people will instantly turn their ba
पूर्वार्थ
..
..
*प्रणय प्रभात*
कोटेशन ऑफ डॉ . सीमा
कोटेशन ऑफ डॉ . सीमा
Dr.sima
हीरा बेन का लाल
हीरा बेन का लाल
Dr. P.C. Bisen
गजल क्या लिखूँ कोई तराना नहीं है
गजल क्या लिखूँ कोई तराना नहीं है
VINOD CHAUHAN
मानवता का मुखड़ा
मानवता का मुखड़ा
Seema Garg
Dard-e-madhushala
Dard-e-madhushala
Tushar Jagawat
बहुत धूप है
बहुत धूप है
sushil sarna
कर शरारत इश्क़ में जादू चलाया आपने ।
कर शरारत इश्क़ में जादू चलाया आपने ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
तमाल छंद
तमाल छंद
Subhash Singhai
'प्रहरी' बढ़ता  दंभ  है, जितना  बढ़ता  नोट
'प्रहरी' बढ़ता दंभ है, जितना बढ़ता नोट
Anil Mishra Prahari
तुझे लोग नहीं जीने देंगे,
तुझे लोग नहीं जीने देंगे,
Manju sagar
नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
नजरें खुद की, जो अक्स से अपने टकराती हैं।
Manisha Manjari
वसंततिलका छन्द
वसंततिलका छन्द
Neelam Sharma
3937.💐 *पूर्णिका* 💐
3937.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नयनों की भाषा
नयनों की भाषा
सुशील भारती
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
Pratibha Pandey
चौपाई - तुलसीदास
चौपाई - तुलसीदास
Sudhir srivastava
Loading...