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27 Sep 2023 · 1 min read

हंसगति

हंसगति

गजानन श्री गणेश, सदा सुखकारी।
शिव शंकर हैं तात, उमा महतारी।
प्रथम पूज्य श्रीपाद, अमंगल हारी।
चरण नवाऊँ माथ, हरो अघ भारी।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

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