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23 Sep 2023 · 1 min read

कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं

कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
यहां हम ग़म में डूबे हैं बो उधर जी भर के हंसते हैं।
Phool gufran

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