Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Sep 2023 · 1 min read

उम्मीद से अधिक मिलना भी आदमी में घमंड का भाव पैदा करता है !

उम्मीद से अधिक मिलना भी आदमी में घमंड का भाव पैदा करता है !

Babli Jha

539 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
ज़िन्दगी एक बार मिलती हैं, लिख दें अपने मन के अल्फाज़
Lokesh Sharma
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
यदि तुमने किसी लड़की से कहीं ज्यादा अपने लक्ष्य से प्यार किय
Rj Anand Prajapati
19. Cry of a Female Foetus
19. Cry of a Female Foetus
Santosh Khanna (world record holder)
चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत।
चाँदी की चादर तनी, हुआ शीत का अंत।
डॉ.सीमा अग्रवाल
चलना है मगर, संभलकर...!
चलना है मगर, संभलकर...!
VEDANTA PATEL
मतलबी
मतलबी
Shyam Sundar Subramanian
संवेदना
संवेदना
नेताम आर सी
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
हम बदल गये
हम बदल गये
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
जन्मदिन शुभकामना
जन्मदिन शुभकामना
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
राम गीत 2.0
राम गीत 2.0
Abhishek Soni
प्रीत पराई ,अपनों से लड़ाई ।
प्रीत पराई ,अपनों से लड़ाई ।
Dr.sima
जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा
जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा
आकाश महेशपुरी
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
ख़्वाबों में तुम भले डूब जाओ...
Ajit Kumar "Karn"
प्रेम कई रास्तों से आ सकता था ,
प्रेम कई रास्तों से आ सकता था ,
पूर्वार्थ
आ
*प्रणय प्रभात*
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
क्या कहूँ ?
क्या कहूँ ?
Niharika Verma
Friendship day
Friendship day
Neeraj kumar Soni
पुलवामा वीरों को नमन
पुलवामा वीरों को नमन
Satish Srijan
जीवन से जैसे कोई जब रूठने लगे
जीवन से जैसे कोई जब रूठने लगे
Dr fauzia Naseem shad
गुफ्तगू
गुफ्तगू
Karuna Bhalla
ख़्वाब से
ख़्वाब से
spal786000
प्रतीक्षा अहिल्या की.......
प्रतीक्षा अहिल्या की.......
पं अंजू पांडेय अश्रु
अब वो मुलाकात कहाँ
अब वो मुलाकात कहाँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मां की रोटी
मां की रोटी
R D Jangra
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं
Neeraj Kumar Agarwal
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो,कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो,
Ranjeet kumar patre
मर्यादा
मर्यादा
Khajan Singh Nain
Loading...