Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Sep 2023 · 1 min read

हिन्दी

ब्रह्म कमंडल से बही,हिन्दी की रसधार।
वरदहस्त वागेश्वरी,वीणा की झंकार।।

वंदनीय निज मात सम,ईश्वर की वरदान।
भारतवासी के लिए,हिन्दी है अभिमान।।

मात भारती भाल पर,शोभित शुभ श्रृंगार।
कालजयी भाषा रही,हिन्दी सदा बहार।।

भूल रहे हिन्दी हमीं,गुण गाता संसार।
वसुधैव कुटुम्बकम् है, इसका उच्च विचार।।

पढ़ने लिखने में सुगम, सहज सरल निज बोल।
सारे भाषा से अलग, हिन्दी है अनमोल।।

अपनाती हर रंग को,अपनी बाँह पसार।
एक डोर में बाँधती,हिन्दी प्रेमाधार।।

दिव्य शक्ति की सर्जना, महिमा अपरंपार।
कोटि-कोटि जन पूजता,हिन्दी सुख की सार।

पंत,निराला,जायसी,सूरदास रसखान।
हिन्दी स्वर में गूँजती,विद्यापति की गान।।

प्रेमचंद की लेखनी,बच्चनजी की मीत।
हिन्दी कविता की कलश,दिनकर की संगीत।।

तुलसी,मीरा,मैथिली,सूफी संत कबीर।
हिन्दी रसना घोलती,खुसरो और अमीर।।

पुरखों की भाषा रही,उत्तम ज्ञान प्रसाद।
आओ सब मिलकर करें, हिन्दी में संवाद।।

पूर्ण राष्ट्र भाषा बने,प्रसिद्धि मिले अपार।
गूँजे हिन्दी विश्व में,करो स्वप्न साकार।।

हिन्दी हिन्दुस्तान की,मोहक मधुर जुबान।
अपनी बोली बोलना,शर्म नहीं सम्मान।

घर में हिन्दी बोलिये,प्रथम पूर्ण परिवार।
हिन्दी भाषा के बिना, आजादी बेकार।।

सारे भाषा सीखिये,मगर रहे ये ध्यान।
हिन्दी भाषा का कभी, करें नहीं अपमान।।

शुभ स्नेहिल शुभकामना, मधुर-मधुरतम भाव।
हिन्दी से ही हिन्द का, गहरा रहा जुड़ाव।।

कण-कण में हिन्दी बसी, भाषा बड़ी महान।
विश्व संघ के मंच पर,दिया नई पहचान।।

अमर रहे हिन्दी सदा,मिले मान-सम्मान।
विश्व पटल पर चाहिए, और अधिक उत्थान ।।
-लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 258 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

वफ़ा  को तुम  हमारी और  कोई  नाम  मत देना
वफ़ा को तुम हमारी और कोई नाम मत देना
Dr Archana Gupta
कुल मर्यादा
कुल मर्यादा
Rajesh Kumar Kaurav
माया - गीत
माया - गीत
Ram kishor Pathak
"अर्धांगिनी"
राकेश चौरसिया
अबूझमाड़
अबूझमाड़
Dr. Kishan tandon kranti
बड़े बच्चों का नाम स्कूल में लिखवाना है
बड़े बच्चों का नाम स्कूल में लिखवाना है
gurudeenverma198
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
VEDANTA PATEL
भारत माँ के वीर सपूत
भारत माँ के वीर सपूत
Kanchan Khanna
जालिमों की मुजरिमों की ढाल हुआ करता था
जालिमों की मुजरिमों की ढाल हुआ करता था
Maroof aalam
पंछी अकेला
पंछी अकेला
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
एक लम्हे में
एक लम्हे में
Minal Aggarwal
आखिर मैं हूं ऐसी क्यों
आखिर मैं हूं ऐसी क्यों
Lovi Mishra
जो कमाता है वो अपने लिए नए वस्त्र नहीं ख़रीद पाता है
जो कमाता है वो अपने लिए नए वस्त्र नहीं ख़रीद पाता है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
*लेकिन किराया तो देना होगा*
*लेकिन किराया तो देना होगा*
विकास शुक्ल
जिसे छूने से ज्यादा... देखने में सुकून मिले
जिसे छूने से ज्यादा... देखने में सुकून मिले
Ranjeet kumar patre
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व रामपुर रियासत में प्रकाशित उर्
*स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व रामपुर रियासत में प्रकाशित उर्
Ravi Prakash
दूसरी मोहब्बत भी बेमिसाल होती है,
दूसरी मोहब्बत भी बेमिसाल होती है,
पूर्वार्थ देव
परमेश्वर की वार्ता
परमेश्वर की वार्ता
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"मकर संक्रांति की बधाई 2025"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
स्वामी विवेकानंद जी ने सत्य ही कहा था कि
स्वामी विवेकानंद जी ने सत्य ही कहा था कि "एक हिन्दू अगर धर्म
ललकार भारद्वाज
कोहरे की घनी चादर तले, कुछ सपनों की गर्माहट है।
कोहरे की घनी चादर तले, कुछ सपनों की गर्माहट है।
Manisha Manjari
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
पूर्वार्थ
होली
होली
विवेक दुबे "निश्चल"
प्यार
प्यार
Shyam Sundar Subramanian
नास्तिकता
नास्तिकता
मनोज कर्ण
इस जहां में अब वो, अजनबी नहीं मिलता..
इस जहां में अब वो, अजनबी नहीं मिलता..
sushil yadav
🙅याद रखना🙅
🙅याद रखना🙅
*प्रणय प्रभात*
बदला है
बदला है
इंजी. संजय श्रीवास्तव
अपनी हीं क़ैद में हूँ
अपनी हीं क़ैद में हूँ
Shweta Soni
Loading...