Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
14 Sep 2023 · 1 min read

हिन्दी दिवस

मेरी पसंद
तेरी पसंद
हम सबकी पसंद
कुण्डलिया छंद
खाकर मूल कंद
खिल उठे मकरंद
महसूस हमेशा आनंद
जठराग्नि होगी मंद
गर खाया शकरकंद
आलू भी वही कंद
शूगर वाले करें बंद
पोस्ट हो पसंद
मत मुस्कुराओ मंद मंद
आदमी है बड़ा अकलमंद,
रही नहीं कोई संद,
जमती है संसद,
करना चाहते है बंद,
कैसे रहोगे स्वच्छंद,

Loading...