Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2023 · 1 min read

*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*

देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)
——————————–
देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है
( 1 )
इस दिवस इस देश को, निज एक थी भाषा मिली
देश को वाणी मिली थी, स्वर्ण-अभिलाषा मिली
स्वाभिमानी हिंद का, जयघोषमय अवतार है
( 2 )
यह दिवस आता न तो, अंग्रेज कब सच भागते
भाषा जरूरी देश को है, लोग फिर कब जागते
देश में ध्वज आँग्ल-भाषा, का अरे ! धिक्कार है
( 3 )
कह रहा यह दिन, नहीं स्वाधीनता पूरी हुई
शीर्ष पर आसीन कब, अंग्रेजियत हमने छुई
शेष अब भी देश का, गढ़ना सुखद आकार है
देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
रचयिता : रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

730 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

संविधान का निर्माता, वह था सबका ज्ञाता।
संविधान का निर्माता, वह था सबका ज्ञाता।
Sakshi Singh
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
मेरे खाते में भी खुशियों का खजाना आ गया।
सत्य कुमार प्रेमी
शादी का बंधन
शादी का बंधन
पूर्वार्थ
शहर - दीपक नीलपदम्
शहर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
रही दूरी न अब लाहौर की ब्रह्मोस के आगे।
रही दूरी न अब लाहौर की ब्रह्मोस के आगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मनभावन जीवन
मनभावन जीवन
Ragini Kumari
धर्मयुद्ध
धर्मयुद्ध
ललकार भारद्वाज
ज़नहरण घनाक्षरी
ज़नहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
दो अपरिचित आत्माओं का मिलन
दो अपरिचित आत्माओं का मिलन
Shweta Soni
जिसके पास
जिसके पास "ग़ैरत" नाम की कोई चीज़ नहीं, उन्हें "ज़लील" होने का
*प्रणय प्रभात*
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
भोगी
भोगी
Sanjay ' शून्य'
किरणों की मन्नतें ‘
किरणों की मन्नतें ‘
Kshma Urmila
5. Festive Light
5. Festive Light
Ahtesham Ahmad
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
शब्दों की चाहत है हृदय में उनके,
शब्दों की चाहत है हृदय में उनके,
श्याम सांवरा
प्रार्थना
प्रार्थना
राकेश पाठक कठारा
3377⚘ *पूर्णिका* ⚘
3377⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
भस्म
भस्म
D.N. Jha
तन्हा था मैं
तन्हा था मैं
Swami Ganganiya
दोस्ती जीवन भर का साथ
दोस्ती जीवन भर का साथ
Rekha khichi
फिर फिर गलत होने का
फिर फिर गलत होने का
Chitra Bisht
प्राण वायु
प्राण वायु
Kanchan verma
मज़बूत होने में
मज़बूत होने में
Ranjeet kumar patre
हाथ में मेरे उसका साथ था ,
हाथ में मेरे उसका साथ था ,
Chaahat
सावन आज फिर उमड़ आया है,
सावन आज फिर उमड़ आया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बातों में उस बात का,
बातों में उस बात का,
sushil sarna
"पहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
DrLakshman Jha Parimal
🚩🚩
🚩🚩 "पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
Loading...