Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2023 · 1 min read

वो नन्दलाल का कन्हैया वृषभानु की किशोरी

वो नन्दलाल का कन्हैया वृषभानु की किशोरी
आंखों से दिल में उतर के जादू सा कर गये हैं
M.T.”Ayan”

396 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Tiwari 'Ayan'
View all

You may also like these posts

ग़लत बोलते है, बिगाड़े  रखा है।
ग़लत बोलते है, बिगाड़े रखा है।
ओसमणी साहू 'ओश'
जीवन
जीवन
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
42...Mutdaarik musamman saalim
42...Mutdaarik musamman saalim
sushil yadav
टेसू के अग्नि पुष्प
टेसू के अग्नि पुष्प
Ami
3126.*पूर्णिका*
3126.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हौसलों की उड़ान
हौसलों की उड़ान
Sunil Maheshwari
"अल्फ़ाज़ "
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ भी भूलती नहीं मैं,
कुछ भी भूलती नहीं मैं,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
हम करना कुछ  चाहते हैं
हम करना कुछ चाहते हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
श्री कृष्ण
श्री कृष्ण
Vandana Namdev
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
ख़ुद को फ़लक़ से नीचे उतारा अभी अभी
अंसार एटवी
किसे कुछ काम नहीं रहता है,
किसे कुछ काम नहीं रहता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🙅सनद रहे🙅
🙅सनद रहे🙅
*प्रणय प्रभात*
माँ का प्यार - लावणी छंद
माँ का प्यार - लावणी छंद
Ram kishor Pathak
तेरी आँखें 👁️
तेरी आँखें 👁️
Swara Kumari arya
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
कृष्ण भक्ति में मैं तो हो गई लीन...
कृष्ण भक्ति में मैं तो हो गई लीन...
Jyoti Khari
मुझे तो नींद आती नहीं
मुझे तो नींद आती नहीं
Keshav kishor Kumar
$ग़ज़ल
$ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
!! मेरी पसंद !!
!! मेरी पसंद !!
जय लगन कुमार हैप्पी
उड़ ओ पतंग, तू कर दे यह काम मेरा
उड़ ओ पतंग, तू कर दे यह काम मेरा
gurudeenverma198
संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
Ritu Asooja
क्यों हादसों  से खौफज़दा हो
क्यों हादसों से खौफज़दा हो
Chitra Bisht
माँ गै करै छी गोहार
माँ गै करै छी गोहार
उमा झा
“त्याग वही है, जो कर के भी दिखाया न जाए, यदि हम किसी के लिए
“त्याग वही है, जो कर के भी दिखाया न जाए, यदि हम किसी के लिए
Ranjeet kumar patre
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
Shashi kala vyas
जिन्दगी में बरताव हर तरह से होगा, तुम अपने संस्कारों पर अड़े
जिन्दगी में बरताव हर तरह से होगा, तुम अपने संस्कारों पर अड़े
Lokesh Sharma
खाने पीने का ध्यान नहीं _ फिर भी कहते बीमार हुए।
खाने पीने का ध्यान नहीं _ फिर भी कहते बीमार हुए।
Rajesh vyas
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न प
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न प
ललकार भारद्वाज
Loading...