Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2023 · 1 min read

मेरा गांव

तेरी बुराइयों को हर अख़बार कहता है,
और तू मेरे गांव को गँवार कहता है ।

ऐ शहर मुझे तेरी औक़ात पता है,
तू बच्ची को भी हुस्न – ए – बहार कहता है।

थक गया है हर शख़्स काम करते करते ,
तू इसे अमीरी का बाज़ार कहता है।

गांव चलो वक्त ही वक्त है सबके पास,
तेरी सारी फुरसत तेरा इतवार कहता है ।

मौन होकर फोन पर रिश्ते निभाए जा रहे हैं ,
तू इस मशीनी दौर को परिवार कहता है ।

जिनकी सेवा में खपा देते थे जीवन सारा,
तू उन माँ बाप को अब भार कहता है ।

वो मिलने आते थे तो कलेजा साथ लाते थे,
तू दस्तूर निभाने को रिश्तेदार कहता है ।

बड़े-बड़े मसले हल करती थी पंचायतें,
तु अंधी भ्रष्ट दलीलों को दरबार कहता है।

बैठ जाते थे अपने पराये सब बैलगाडी में,
पूरा परिवार भी न बैठ पाये उसे तू कार कहता है।

अब बच्चे भी बड़ों का अदब भूल बैठे हैं,
तू इस नये दौर को संस्कार कहता है ।

अनिल “आदर्श”
कोचस, रोहतास, बिहार

Language: Hindi
1 Like · 1145 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल "आदर्श"
View all

You may also like these posts

चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
वर्तमान में जितना लोग सेक्स के प्रति आकर्षित है यदि उतना ही
वर्तमान में जितना लोग सेक्स के प्रति आकर्षित है यदि उतना ही
Rj Anand Prajapati
You do NOT need to take big risks to be successful.
You do NOT need to take big risks to be successful.
पूर्वार्थ
विश्व की छवि प्यारी
विश्व की छवि प्यारी"
श्रीहर्ष आचार्य
प्यार जताना नहीं आता मुझे
प्यार जताना नहीं आता मुझे
MEENU SHARMA
छुआ  है  जब  से मैंने उम्र की ढलान को,
छुआ है जब से मैंने उम्र की ढलान को,
Dr fauzia Naseem shad
एक शिक्षक होना कहाँ आसान है....
एक शिक्षक होना कहाँ आसान है....
sushil sharma
कितनी हीं बार
कितनी हीं बार
Shweta Soni
बाक़ी है..!
बाक़ी है..!
Srishty Bansal
"सहेज सको तो"
Dr. Kishan tandon kranti
* तुगलकी फरमान*
* तुगलकी फरमान*
Dushyant Kumar
त्रिविध ताप
त्रिविध ताप
मनोज कर्ण
बदला रंग पुराने पैरहन ने ...
बदला रंग पुराने पैरहन ने ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
4769.*पूर्णिका*
4769.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्योंकि हमको है तुमसे प्यार इतना
क्योंकि हमको है तुमसे प्यार इतना
gurudeenverma198
श्री राम‌
श्री राम‌
Mahesh Jain 'Jyoti'
एक उड़ान, साइबेरिया टू भारत (कविता)
एक उड़ान, साइबेरिया टू भारत (कविता)
Mohan Pandey
सहज - असहज
सहज - असहज
Juhi Grover
।।वजूद II
।।वजूद II
पं अंजू पांडेय अश्रु
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हैं श्री राम करूणानिधान जन जन तक पहुंचे करुणाई।
हैं श्री राम करूणानिधान जन जन तक पहुंचे करुणाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मिन्नते की थी उनकी
मिन्नते की थी उनकी
Chitra Bisht
संघर्ष में सत्य की तलाश*
संघर्ष में सत्य की तलाश*
Rambali Mishra
बदलती स्याही
बदलती स्याही
Seema gupta,Alwar
प्यार की पाठशाला
प्यार की पाठशाला
सुशील भारती
भोले बाबा है नमन
भोले बाबा है नमन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
माता पिता
माता पिता
Roopali Sharma
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
आज़ मैंने फिर सादगी को बड़े क़रीब से देखा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
घर की मृत्यु.
घर की मृत्यु.
Heera S
#क़तआ (मुक्तक)
#क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय प्रभात*
Loading...