Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
4 Aug 2023 · 1 min read

धरती के भगवान

धरती के भगवान

“माँ, माँ, मैंने अभी-अभी सपने में देखा कि भगवान जी हम लोगों को अपनी गोद में उठाकर दादा जी के गाँव छोड़ आए हैं। आप कहती थीं न कि सुबह का देखा सपना सच होता है। क्या मेरा सपना भी सच होगा ?” माँ की गोद में ही सोकर उठने के बाद आँख मलते हुए चार वर्षीय बेटे ने कहा।
“हाँ बेटा, धरती के कुछ भगवानों की बदौलत हम लोग हवाई जहाज से अपने शहर पहुंच चुके हैं। तुम गहरी नींद में थे। इसलिए जगाया नहीं। पीछे देखो, हमारे शहर का एयरपोर्ट। अब हम कुछ ही देर में बस से अपने गाँव पहुंच जाएँगे।” महिला ने संतोष भरे स्वर में कहा।
“सच माँ ?” बच्चे को यकीन नहीं हो रहा था।
“भगवान भला करें इन धरती के भगवानों का…” महिला हाथ जोड़े ईश्वर को धन्यवाद देने लगीं।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

Loading...