सब कुछ संभाला मैंने बस खुद के सिवा....
जिंदगी और जीवन भी स्वतंत्र,
बिना दूरी तय किये हुए कही दूर आप नहीं पहुंच सकते
मेरी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा इनाम हो तुम l
बच्चा हो बड़ा हो,रिश्ता हो परिवार हो ,पैसा हो करियर हो
*जीवित हैं तो लाभ यही है, प्रभु के गुण हम गाऍंगे (हिंदी गजल)
जो छूट गया तुम्हारा साथ जीवन के किसी मोड़ पर..