किस तरह से गुज़र पाएँगी

किस तरह से गुज़र पाएँगी
ये उम्र भर की दूरियां,
दो घड़ी भी दूर रहें
साँस थम सी जाती है ….!!
हिमांशु Kulshreshtha
किस तरह से गुज़र पाएँगी
ये उम्र भर की दूरियां,
दो घड़ी भी दूर रहें
साँस थम सी जाती है ….!!
हिमांशु Kulshreshtha