तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन पर उठता है ।

तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन तौलता है ।
तुम रखो या ना रखो, हिसाब उसका हर बात का बनता है.।।
तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन तौलता है ।
तुम रखो या ना रखो, हिसाब उसका हर बात का बनता है.।।