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17 Jul 2023 · 3 min read

आप और हम जीवन के सच................एक सोच

आप और हम जीवन के सच में……..
आज हम सभी प्यार प्रेम का नाम बस नज़दीकियां और जीवन में एक एहसास और जज़्बात के रिश्तों में एतबार के साथ समर्पण को शब्दों में सच्चाई के साथ कहते हैं परन्तु आज हम नारी के मन भाव को समझ नहीं पाते हैं बस हम अपने पुरुष समाज में 25% ही एक दूसरे को समझ पाते है और हम सभी समाज के साथ – साथ आज के समय में आधुनिक विचार और सोच का दिखावा तो करते है परन्तु बहुत सी बातों में हम आज भी लालची और दूसरे की भावनाओं को भूल जाते है
उदाहरणार्थ हम सब में किसी के लिए एक नारी का रिश्ता पुरुष की सहमति पर भी बना होता है बस आज आप और हम जीवन के सच में जीना सीखना है की जब बारात लेकर खास फेरों के समय दहेज की सोच बनती है अगर नारी के घरवाले लाचार होते है तब वह पुरुष जो बारात लेकर आता है उस समय वह चुप हो जाता है और नारी जो कुछ देर पहले मंडप में धर्मपत्नी बनाने जा रही थी।
अब दहेज रूपी दिमाग की सोच ने मानवता खत्म कर दी और हम नारी के परिवार पर दबाव और अपनी मांग बता देते है अगर हाँ तब पत्नी रुप स्त्री का बनेगा बंधन नहीं तो तब इज्ज़त और को जाना समझे सच आज आप सभी सोचे क्या?
ऐसा आधुनिक समाज में अब सही है बस हाँ हम सभी मानवता के संदेश उपदेशों को भूल जाते हैं और हम जीवन के सच में जिस नारी से परिवार बनाने की चाहत और प्रेम की जरूरत की चाहत लेकर आए थे। आज हम बस अपने स्वार्थ और कुछ धन के लालच में सच को हम भूला देते हैं और हम मानवता को चंद रूपए के लिए जीवन‌ रुपी मोह माया के साथ संबंध भूल जाते हैं और ऐसे ही हमारे तलाक के लिए हम सोचे जो नारी को हम पत्नी बनाकर लाए थे अब हम सभी प्रेम की शारीरिक नजदिकयाँ और एक दूसरे की चाहत केवल एक कागज के टुकड़े पर दस्खत करने से सब कुछ भूला देते हैं हम सभी सोचे समझे
जीवन‌ में संग साथ निभाने के साथ फेरे और वचन सब कहां गये हैं। आप और हम जीवन के सच में मन और भाव सब भूल जाते हैं सोचे जीवन और जिंदगी के साथ हम सभी मानवता के साथ जीवन जीते हैं तब हम ऐसा सोच भी नहीं सकते हैं।
बस हम सभी जीवन के सच में मन और भाव को स्वीकार करें और एक दूसरे के सहयोगी पूरक और जीवन खुशहाल बनाने के साथ साथ हम सभी को आज मे भी सोचना होगा। क्योंकि जीवन में नारी पुरुष एक दूसरे के पूरक हैं और सांसारिक परंपरा के संग साथ अनुसार जिंदगी में जो मनोभव से एक दूसरे के साथ जोड़ते हैं वही जीवन में जिंदगी का प्रेम और नजदीकियां ही खुशहाली की ओर हमसफ़र का साथ दूर तक ले जाती हैं और हम किसी के दिल में एक प्रेरणा और एक जीवन की राह बनकर संसारिक मानवता के साथ हम सभी अपने आप और हम जीवन के सच में मन की सोच बदले। क्योंकि जीवन में हम इंसान दूसरे इंसान की भावनाओं की कद्र करते है और इसी का नाम जिंदगी है क्योंकि ईश्वर ने हम सभी का एक दूसरे के सम्मान और भावनाओं के लिए मानव जीवन दिया है आप और हम जीवन के सच में आगे भी ऐसे ही जीवन के पहलुओं को छूने वाले अंदाज पढ़ते रहेंगे आओ हम सब मिलकर प्रेम को एक मनभाव की सोच और अटूट बंधन के साथ बनाते हैं……………

अलग अलग कहानियों के साथ आप और हम जीवन के सच में पढ़ते रहे।

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