दुनिया में इतना गम क्यों है ?
रावण- भरत - कैकई
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हर बूँद भैरवी है - हर बूँद है मल्हार
***नयनों की मार से बचा दे जरा***
The emotional me and my love
*जब भी अवसर मिले बंधु, तो लिखना नई कहानी (मुक्तक)*
मेरे महबूब ने मुझको साहिल अपना बनाया है।
एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए