Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2023 · 1 min read

*ढोलक (बाल कविता)*

ढोलक (बाल कविता)

ढोलक दो हाथों से बजती
त्योहारों में है यह सजती
लोकगीत इससे हैं गाते
लकड़ी से हैं इसे बनाते
ढोलक चलो बजाना सीखें
मस्ती के रंगों में दीखें

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

1090 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

हमारी प्यारी मां
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
याद करत तुम्हे दोइ बिरियां,
याद करत तुम्हे दोइ बिरियां,
कृष्णकांत गुर्जर
My dear  note book.
My dear note book.
Priya princess panwar
कर्मपथ
कर्मपथ
Indu Singh
"नंगे पाँव"
Pushpraj Anant
मातृशक्ति को नमन
मातृशक्ति को नमन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
इंसान समाज में रहता है चाहे कितना ही दुनिया कह ले की तुलना न
इंसान समाज में रहता है चाहे कितना ही दुनिया कह ले की तुलना न
पूर्वार्थ
..
..
*प्रणय*
प्यार के मायने बदल गयें हैं
प्यार के मायने बदल गयें हैं
SHAMA PARVEEN
ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग
ईश्वर जिसके भी सर्वनाश का विचार बनाते हैं तो सबसे पहले उसे ग
इशरत हिदायत ख़ान
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
डॉ.सीमा अग्रवाल
डॉ. कुँअर बेचैन : कुछ यादें
डॉ. कुँअर बेचैन : कुछ यादें
Ravi Prakash
!! फिर तात तेरा कहलाऊँगा !!
!! फिर तात तेरा कहलाऊँगा !!
Akash Yadav
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्थिता
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्थिता
Sandeep Kumar
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
वर्षा के दिन आए
वर्षा के दिन आए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
इंतज़ार
इंतज़ार
Shekhar Chandra Mitra
इस ज़माने में, ऐसे भी लोग हमने देखे हैं।
इस ज़माने में, ऐसे भी लोग हमने देखे हैं।
श्याम सांवरा
भारत माता के सच्चे सपूत
भारत माता के सच्चे सपूत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
58....
58....
sushil yadav
चुनावों का चाव
चुनावों का चाव
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
औरत अपनी दामन का दाग मिटाते मिटाते ख़ुद मिट जाती है,
औरत अपनी दामन का दाग मिटाते मिटाते ख़ुद मिट जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्रोध
क्रोध
Mangilal 713
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
"मुकाबिल"
Dr. Kishan tandon kranti
चाह की चाह
चाह की चाह
बदनाम बनारसी
श्री चरणों की धूल
श्री चरणों की धूल
Dr.Pratibha Prakash
तुम मेरे साथ
तुम मेरे साथ
Dr fauzia Naseem shad
3427⚘ *पूर्णिका* ⚘
3427⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मंजिल।
मंजिल।
Kanchan Alok Malu
Loading...