Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2023 · 1 min read

शायरी

तुम्हारी ख्वाइसो फरमाइसों पर दिल लूटा दूंगा।
करो यकीन तुम मुझपर पूरी महफिल लूटा दूंगा।।

हूं मैं हिंद का सैनिक, है हिंदुस्तान रग रग में,
मैं हिंद की अस्मिता खातिर, पूरा जीवन लगा दूंगा।।

Language: Hindi
1 Like · 406 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

" वेदना "
Dr. Kishan tandon kranti
Love isn’t the issue. It never was.
Love isn’t the issue. It never was.
पूर्वार्थ
कलम ठहर न जाए देखो।
कलम ठहर न जाए देखो।
Kumar Kalhans
झुमका
झुमका
अंकित आजाद गुप्ता
- आम मंजरी
- आम मंजरी
Madhu Shah
होली में कुछ रंगारंग प्रोग्राम हो जाए।
होली में कुछ रंगारंग प्रोग्राम हो जाए।
Rj Anand Prajapati
AE888 cung cấp một nền tảng cá cược trực tuyến dễ sử dụng và
AE888 cung cấp một nền tảng cá cược trực tuyến dễ sử dụng và
AE888
मसल डाली मेरी इज्जत चंद लम्हों में
मसल डाली मेरी इज्जत चंद लम्हों में
Phool gufran
*चक्की चलती थी कभी, घर-घर में अविराम (कुंडलिया)*
*चक्की चलती थी कभी, घर-घर में अविराम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
गरीबी पर लिखे अशआर
गरीबी पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
शराब हो या इश्क़ हो बहकाना काम है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हारा हूं,पर मातम नहीं मनाऊंगा
हारा हूं,पर मातम नहीं मनाऊंगा
Keshav kishor Kumar
मेंहदी राचे है लाल ,
मेंहदी राचे है लाल ,
Vibha Jain
चूल्हे पर रोटी बनाती माँ
चूल्हे पर रोटी बनाती माँ
अश्विनी (विप्र)
डॉ0 रामबली मिश्रबली मिश्र के दोहे
डॉ0 रामबली मिश्रबली मिश्र के दोहे
Rambali Mishra
मौसम में बदलाव
मौसम में बदलाव
सुशील भारती
बसंत ऋतु आयी।
बसंत ऋतु आयी।
shashisingh7232
खुश रहें मुस्कुराते रहें
खुश रहें मुस्कुराते रहें
PRADYUMNA AROTHIYA
गीत- मुहब्बत कर हसीनों से...
गीत- मुहब्बत कर हसीनों से...
आर.एस. 'प्रीतम'
4647.*पूर्णिका*
4647.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ससुराल में साली का
ससुराल में साली का
Rituraj shivem verma
यमराज का हुड़दंग
यमराज का हुड़दंग
Sudhir srivastava
मर्यादा की लड़ाई
मर्यादा की लड़ाई
Dr.Archannaa Mishraa
चाहकर भी जता नहीं सकता,
चाहकर भी जता नहीं सकता,
डी. के. निवातिया
जाल मोहमाया का
जाल मोहमाया का
Rekha khichi
"घमंड के प्रतीक पुतले के जलने की सार्थकता तब तक नहीं, जब तक
*प्रणय प्रभात*
उलझा रिश्ता
उलझा रिश्ता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
राखी पर्व
राखी पर्व
राधेश्याम "रागी"
चील, जमीन पर नहीं आती ....
चील, जमीन पर नहीं आती ....
sushil sarna
आँसू बरसे उस तरफ, इधर शुष्क थे नेत्र।
आँसू बरसे उस तरफ, इधर शुष्क थे नेत्र।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...