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29 Jun 2023 · 1 min read

*अच्छा रहता कम ही खाना (बाल कविता)*

अच्छा रहता कम ही खाना (बाल कविता)

अच्छा रहता कम ही खाना
कभी-कभी भूखे रह जाना
जो हरदम खाते ही जाते
दुनिया में मोटू कहलाते
हम भी थोड़ा कम खाऍंगे
बीमारी से बच जाऍंगे

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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