पूछ रही हूं
पूछ रही हूं लकीरों से,
“मेरे हाथ ख़ाली क्यों हैं?”
बता ऐ मेरे खुदा,
“ये भीड़ देखने वाली क्यों है?”
✍️सृष्टि बंसल
पूछ रही हूं लकीरों से,
“मेरे हाथ ख़ाली क्यों हैं?”
बता ऐ मेरे खुदा,
“ये भीड़ देखने वाली क्यों है?”
✍️सृष्टि बंसल