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9 Jun 2023 · 1 min read

मेरी साँसों में उतर कर सनम तुम से हम तक आओ।

मेरी साँसों में उतर कर सनम तुम से हम तक आओ।
मेरी नज़रों से गुज़र कर दिल-ओ-जाँ तक आओ ।
चुप रहूँ ,आह भरूँ, चीख़ उठूँ या कि मर जाऊँ,
अन-गिनत मर्तबा मरना ‘नीलम’अमर होने तक आओ।
नीलम शर्मा ✍️

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