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7 Jun 2023 · 1 min read

थक गई हूं

ज़िंदगी की उलझनों में
मैं खुदको खो सी गई हूं

हालातों से लड़ते लड़ते
मैं अब थक सी चुकी हूं

अपने इस अकेलेपन से
मैं टूटके बिखर सी गई हूं

फरेबी चेहरों के मुखोटों से
मैं परेशा सी हो गई हूं

इस मतलबी दुनियां से खुदा
मैं अब ऊब सी गई हूं।
~ Silent Eyes

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