Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2023 · 1 min read

नकारात्मकता फैलानी हो तो

नकारात्मकता फैलानी हो तो
क़लम बिना थके लगातार
लिख सकती है।
शब्दों का टोटा तो बस
सकारायमक लेखन में
पड़ता है हमेशा।

★प्रणय प्रभात★

1 Like · 363 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

रावण- भरत - कैकई
रावण- भरत - कैकई
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जो दुआएं
जो दुआएं
Dr fauzia Naseem shad
मोहब्बत-ए-यज़्दाँ ( ईश्वर - प्रेम )
मोहब्बत-ए-यज़्दाँ ( ईश्वर - प्रेम )
Shyam Sundar Subramanian
थिक मिथिला के यैह अभिधान,
थिक मिथिला के यैह अभिधान,
उमा झा
अहसास तेरे होने का
अहसास तेरे होने का
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
Rj Anand Prajapati
*साठ-सत्तर के दशक में रामपुर में सिनेमाघर*
*साठ-सत्तर के दशक में रामपुर में सिनेमाघर*
Ravi Prakash
कभी कभी चाह होती है
कभी कभी चाह होती है
हिमांशु Kulshrestha
तुमसे बेहतर
तुमसे बेहतर
Akash RC Sharma
What Was in Me?
What Was in Me?
Bindesh kumar jha
उसे छोड़ना ही पड़ा..!!
उसे छोड़ना ही पड़ा..!!
Ravi Betulwala
" हकीकत "
Dr. Kishan tandon kranti
सभी  जानते हैं  इस  जग में, गाय  हमारी माता है
सभी जानते हैं इस जग में, गाय हमारी माता है
Dr Archana Gupta
बिखरते मोती
बिखरते मोती
इंजी. संजय श्रीवास्तव
🙅सोचिएगा🙅
🙅सोचिएगा🙅
*प्रणय प्रभात*
उड़ान
उड़ान
Saraswati Bajpai
दिल आज दुखी है,
दिल आज दुखी है,
रुपेश कुमार
ये दुनिया
ये दुनिया
DR ARUN KUMAR SHASTRI
4519.*पूर्णिका*
4519.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हर लम्हे में
हर लम्हे में
Sangeeta Beniwal
लाज बचा ले मेरे वीर - डी के निवातिया
लाज बचा ले मेरे वीर - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
नए साल में....
नए साल में....
sushil yadav
जीवन पथ पर चलते जाना कभी नहीं घबराना।
जीवन पथ पर चलते जाना कभी नहीं घबराना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हमारी सोच
हमारी सोच
Neeraj Kumar Agarwal
25) मुहब्बत है तुमसे...
25) मुहब्बत है तुमसे...
नेहा शर्मा 'नेह'
स्कूल बैग
स्कूल बैग
Mandar Gangal
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
Rekha khichi
अब तू किसे दोष देती है
अब तू किसे दोष देती है
gurudeenverma198
सत्य क्या है ?
सत्य क्या है ?
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
Everything happens for a reason. There are no coincidences.
पूर्वार्थ
Loading...