Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jun 2023 · 1 min read

लिखे क्या हुजूर, तारीफ में हम

(शेर)- क्या खूबसूरती पाई है आपने, माहताब लगते हो।
क्या हसीन चेहरा है आपका, एक गुलाब लगते हो।।
बनाया होगा फुर्सत में खुदा ने, आपको मेरे सनम।
नहीं है कोई जमीं पर आप सा, आफताब लगते हो।।
—————————————————————-
लिखे क्या हुजूर, तारीफ में हम।
बहुत खूबसूरत, तुम हो सनम।।
तुम्हारी कसम, तुम्हारी कसम।—-(2)
लिखे क्या हुजूर———————।।

चिलमन हटाकर, करो बात हमसे।
छुपाओ नहीं तुम ,कोई राज हमसे।।
करने दो दिल को, दीदार तुम्हारा।
बहुत हो हसीन तुम, मेरे सनम।।
तुम्हारी कसम, तुम्हारी कसम।—-(2)
लिखे क्या हुजूर———————।।

नहीं कोई चुरा ले, आपसे हमको।
छुपा लो सनम तुम, बाँहों में हमको।।
नजर नहीं लगे,हमको किसी की यहाँ।
करो नहीं तारीफ, इतनी सनम।।
तुम्हारी कसम, तुम्हारी कसम।—–(2)
लिखे क्या हुजूर———————।।

घनघोर जुल्फें, ये नैन शराबी।
हिरणी सी चाल, ये होंठ गुलाबी।।
करती है मदहोश, ये तेरी पायल।
तुम अप्सरा हो, जमीं पे सनम।।
तुम्हारी कसम, तुम्हारी कसम।—-(2)
लिखे क्या हुजूर———————।।

शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
234 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

दिव्य एवं भव्य श्री हनुमान जन्मोत्सव रंगई धाम विदिशा २०२५
दिव्य एवं भव्य श्री हनुमान जन्मोत्सव रंगई धाम विदिशा २०२५
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नवनिधि क्षणिकाएँ---
नवनिधि क्षणिकाएँ---
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आज कल...…... एक सच
आज कल...…... एक सच
Neeraj Kumar Agarwal
गज़ल
गज़ल
Santosh kumar Miri
#जयंती_पर्व
#जयंती_पर्व
*प्रणय प्रभात*
एक ख्वाब ने इस तरह,
एक ख्वाब ने इस तरह,
sushil sarna
प्रश्न मुझसे मत करो तुम
प्रश्न मुझसे मत करो तुम
Harinarayan Tanha
मोहब्बत मुख़्तसर भी हो तो
मोहब्बत मुख़्तसर भी हो तो
इशरत हिदायत ख़ान
ये जिंदगी गुलाल सी तुमसे मिले जो साज में
ये जिंदगी गुलाल सी तुमसे मिले जो साज में
©️ दामिनी नारायण सिंह
"जांबाज़"
Dr. Kishan tandon kranti
बदलाव
बदलाव
raijyoti47.
हो चाहे कठिन से भी कठिन काम,
हो चाहे कठिन से भी कठिन काम,
Ajit Kumar "Karn"
*घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)*
*घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
गुजरी जो बीती गलियों से
गुजरी जो बीती गलियों से
Chitra Bisht
कैसा क़हर है क़ुदरत
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
श्रीराम ही सहारे
श्रीराम ही सहारे
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
।। मेहनत क्या है ।।
।। मेहनत क्या है ।।
पूर्वार्थ
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
Dr. Bharati Varma Bourai
बरसातो का मौसम
बरसातो का मौसम
Akash RC Sharma
अधिकतर प्रेम-सम्बन्धों में परिचय, रिश्तों और उम्मीदों का बोझ
अधिकतर प्रेम-सम्बन्धों में परिचय, रिश्तों और उम्मीदों का बोझ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
होली का आया त्योहार
होली का आया त्योहार
Dr Archana Gupta
इश्क़ की दास्तां
इश्क़ की दास्तां
Lokesh Dangi
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
बेटी
बेटी
Akash Yadav
होली आने वाली है
होली आने वाली है
नेताम आर सी
सावन के झूलों पे, पूछे सखियाँ
सावन के झूलों पे, पूछे सखियाँ
gurudeenverma198
4074.💐 *पूर्णिका* 💐
4074.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रंगों की रंगोली है धरती पर पिरोली
रंगों की रंगोली है धरती पर पिरोली
Shinde Poonam
कैसी लगी है होड़
कैसी लगी है होड़
Sûrëkhâ
Loading...