Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2023 · 1 min read

बिल्ली

बिल्ली ___
बिल्ली बोली म्याऊं म्याऊं
मैं तो दिल्ली देखने जाऊं
लालकिले का तिरंगा देखूं
पहन के जींस मैं इतराऊं
नरम नरम बाल हैं मेरे
काले काले और सुनहरे
गले में बांधा लाल रुमाल
आंख पर चश्मा चटकीली चाल
तभी अचानक बदली छाई
तड़ तड़ तड़ तड़ बारिश आई
रेनकोट छाता संग ना लाई
भीगे कपड़े और हो गई गीली
आंच्छी आंच्छी लगी छींकने
अदरक वाली चाय भी पी ली
बिना रूमाल के कभी न छींको
फिर डॉक्टर ने दी मीठी गोली
कान पकड़े और तौबा कर ली
अब ना जाऊंगी मैं दिल्ली
__ मनु वाशिष्ठ

1 Like · 507 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Manu Vashistha
View all

You may also like these posts

नज़र बूरी नही, नजरअंदाज थी
नज़र बूरी नही, नजरअंदाज थी
संजय कुमार संजू
वजह तो बताते
वजह तो बताते
Surinder blackpen
मजबूरी
मजबूरी
The_dk_poetry
दिवाली
दिवाली
Akash Agam
জয় শঙ্করের জয়
জয় শঙ্করের জয়
Arghyadeep Chakraborty
मुक्त पंथी
मुक्त पंथी
Mahender Singh
विचार बड़े अनमोल
विचार बड़े अनमोल
Ritu Asooja
एतनो मति बनऽ तूँ भोला
एतनो मति बनऽ तूँ भोला
आकाश महेशपुरी
3218.*पूर्णिका*
3218.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सम्प्रेषण
सम्प्रेषण
Khajan Singh Nain
फागुन
फागुन
Gajanand Digoniya jigyasu
लड़कियां जिसका भविष्य बना होता है उन्हीं के साथ अपना रिश्ता
लड़कियां जिसका भविष्य बना होता है उन्हीं के साथ अपना रिश्ता
Rj Anand Prajapati
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
गिरगिट सी दुनिया
गिरगिट सी दुनिया
Sonu sugandh
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
भाये ना यह जिंदगी, चाँद देखे वगैर l
भाये ना यह जिंदगी, चाँद देखे वगैर l
अरविन्द व्यास
एक दिन सब ठीक हो जाएगा का इंतजार करते-करते आधी उम्र बीत गई प
एक दिन सब ठीक हो जाएगा का इंतजार करते-करते आधी उम्र बीत गई प
पूर्वार्थ देव
इंसान
इंसान
Mansi Kadam
भूलना
भूलना
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मुझे चाहिए एक दिल
मुझे चाहिए एक दिल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कर्म।
कर्म।
Kanchan Alok Malu
मेरे सपनो का भारत
मेरे सपनो का भारत
MUSKAAN YADAV
आलोचना के स्वर
आलोचना के स्वर
Ashok Kumar Raktale
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
इन फूलों से सीख ले मुस्कुराना
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
ग़ज़ल _ मांगती इंसाफ़ जनता ।
ग़ज़ल _ मांगती इंसाफ़ जनता ।
Neelofar Khan
जमाने के तजुर्बे ने
जमाने के तजुर्बे ने
RAMESH SHARMA
पीत पात सब झड़ गए,
पीत पात सब झड़ गए,
sushil sarna
चरणों में सौ-सौ अभिनंदन ,शिक्षक तुम्हें प्रणाम है (गीत)
चरणों में सौ-सौ अभिनंदन ,शिक्षक तुम्हें प्रणाम है (गीत)
Ravi Prakash
"हमारी खामी"
Yogendra Chaturwedi
कान भरने वाले सदा से ही आपके इर्द गिर्द ही है
कान भरने वाले सदा से ही आपके इर्द गिर्द ही है
पूर्वार्थ
Loading...