Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
30 May 2023 · 1 min read

जिनकी खातिर ठगा और को,

जिनकी खातिर ठगा और को,
जीवन अपना दुश्वार किया।
पूछो उनसे अंत सफर में,
दो डग भी साथ चलेंगे क्या ?

जिनकी खातिर सब सुख भूले,
काँटों की सेज चुनी तुमने।
चक्षु गीले देख तुम्हारे,
उनके भी अश्क ढलेंगे क्या ?

© सीमा अग्रवाल

Loading...