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30 May 2023 · 1 min read

दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद।

दमके क्षितिज पार,बन धूप पैबंद।
छू ही लोगे आकाश ग़र हों इरादे बुलंद।
नीलम शर्मा ✍️

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