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28 May 2023 · 1 min read

एक नदी है

एक नदी है
मेरी आँखों के भीतर
जो बहती रहती है
किसी बारहमासी नदी के जैसी,
तुम्हारे दिए हुए
दुःखों का हिमनद
पिघल रहा है
धीरे-धीरे हृदय के अंदर;
एक अजीब चीज़
देखने को मिल रही है यहाँ
हिमनद, पिघल कर
ऊपर की तरफ
चढ़ रहा है
मेरे अंदर का दुःख
ज्यों-ज्यों बढ़ रहा है।

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 246 Views
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