Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2023 · 1 min read

कल न होगा

सुनो ध्यान से अवनि वालों,
यदि धरा में जल न होगा।
प्राण ह्रदय से उखड़ जाएंगे,
तब तुम जानो कल न होगा।।1।।

आधुनिकता में जीने वालों,
यदि कृषक का हल न होगा।
तड़पेंगे सब तीव्र क्षुधा में,
तब खाने कोई फल न होगा।।2।।

समय के रहते सजग भी जाओ,
यदि आवरण शीतल न होगा।
तब सूख जाएंगे सरोवर सारे,
अंजुलि भर भी जल न होगा।।3।।

हमें अपने कर्मो को करने,
मन जब तक निर्मल न होगा।
दुश्मन से निपटेंगे कैसे,
यदि भुजा में बल न होगा।।4।।

स्वरचित
तरुण सिंह पवार

Language: Hindi
239 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

स्वयम हूँ स्वयम से दूर
स्वयम हूँ स्वयम से दूर
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
3292.*पूर्णिका*
3292.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझको कभी भी आजमा कर देख लेना
मुझको कभी भी आजमा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
तहक़ीर
तहक़ीर
Shyam Sundar Subramanian
कड़वा करेला
कड़वा करेला
Jyoti Pathak
जन्मदिन की हार्दिक बधाई (अर्जुन सिंह)
जन्मदिन की हार्दिक बधाई (अर्जुन सिंह)
Harminder Kaur
प्रेम की परिभाषा विलग
प्रेम की परिभाषा विलग
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
गणित का सत्य
गणित का सत्य
Dr. Vaishali Verma
संघर्ष हमेशा खाली पन में ही अक्सर होता है
संघर्ष हमेशा खाली पन में ही अक्सर होता है
पूर्वार्थ
लाख बुरा सही मगर कुछ तो अच्छा हैं ।
लाख बुरा सही मगर कुछ तो अच्छा हैं ।
अश्विनी (विप्र)
हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता ।
हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता ।
sushil sarna
अंत में कुछ ठीक नहीं होता
अंत में कुछ ठीक नहीं होता
पूर्वार्थ देव
कागज कोरा, बेरंग तस्वीर
कागज कोरा, बेरंग तस्वीर
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जीवन में बाधाएं होंगी
जीवन में बाधाएं होंगी
Suryakant Dwivedi
व्याकुल मन की व्यञ्जना
व्याकुल मन की व्यञ्जना
हिरेन जोशी
किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी।
किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी।
Manisha Manjari
कहते हैं हमें
कहते हैं हमें
Mahesh Tiwari 'Ayan'
" अधरों पर मधु बोल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
🙅FACT🙅
🙅FACT🙅
*प्रणय प्रभात*
होली मैया जीवन के कलुष जलाओ
होली मैया जीवन के कलुष जलाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मुसीबत में घर तुम हो तन्हा, मैं हूँ ना, मैं हूँ ना
मुसीबत में घर तुम हो तन्हा, मैं हूँ ना, मैं हूँ ना
gurudeenverma198
जल बचाओ एक सबक
जल बचाओ एक सबक
Buddha Prakash
रुझान।
रुझान।
Kumar Kalhans
गरीबी
गरीबी
Neeraj Mishra " नीर "
क्या ये पागलपन है ?
क्या ये पागलपन है ?
लक्ष्मी सिंह
दर्द को दिल में छुपाये
दर्द को दिल में छुपाये
संजय निराला
बे-असर
बे-असर
Sameer Kaul Sagar
*शक्ति आराधना*
*शक्ति आराधना*
ABHA PANDEY
क्यों छोड़ गई मुख मोड़ गई
क्यों छोड़ गई मुख मोड़ गई
Baldev Chauhan
फल और मेवे
फल और मेवे
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Loading...