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22 May 2023 · 1 min read

सावन का मौसम

ये रिमझिम बारिश का मौसम तिस पर तेरा वियोग
व्याकुल मन है इस वियोग में मिलने को मजबूर।

तेरी विरह वेदना लेकर मैं अपना हाल सुनाता किसको,
कौन होता जो सुनता मेरी अपने पास बुलाता मुझको।

इस बारिश के मौसम में तुम बन फुहार आ जाओ,
सुहाने से इस मौसम में जीवन मेरा महका जाओ।

सारी बातें सारी यादें तुझ पर ही जाकर थमती हैं,
सावन में हमको ये सब जैसे मिलने को ही कहती हैं।

सावन के इस मौसम मे कोई किसी से रहे ना दूर
प्रिय पास हो सभी के कोई न हो मिलने को मजबूर।

संजय श्रीवास्तव
बालाघाट (मध्य प्रदेश)

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