Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2023 · 1 min read

* हर परिस्थिति को निजी अनुसार कर लो(हिंदी गजल/गीतिका)*

* हर परिस्थिति को निजी अनुसार कर लो(हिंदी गजल/गीतिका)*
———————————————–
(1)
हर परिस्थिति को निजी अनुसार कर लो
लौटते भाटे को आओ , ज्वार कर लो
(2)
फूल यदि भेजे नहीं ,प्रिय ने तुम्हें तो
शूल जो भेजे उन्हें आभार कर लो
(3)
भीड़ से पत्थर मिले मत फेंक देना
नव – भवन का ही उन्हें आधार कर लो
(4)
खो नहीं देना कभी ,मुस्कान मुख की
नफरतें तुमसे करें जो ,प्यार कर लो
(5)
कब यहाँ चाहा हुआ ,किसको मिला है
जिंदगी जैसी मिले , स्वीकार कर लो
————————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 5451

716 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

वो ख्वाबों ख्यालों में मिलने लगे हैं।
वो ख्वाबों ख्यालों में मिलने लगे हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
"" *आओ बनें प्रज्ञावान* ""
सुनीलानंद महंत
हे स्त्री
हे स्त्री
Dr.Pratibha Prakash
सोच तो थी,
सोच तो थी,
Yogendra Chaturwedi
विवेकवान मशीन
विवेकवान मशीन
Sandeep Pande
करते रहो सुकर्म को सोचो न फल कभी
करते रहो सुकर्म को सोचो न फल कभी
Dr Archana Gupta
"मैं नारी हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
नीर, तुझ संग रिश्ता है इस तरह...
नीर, तुझ संग रिश्ता है इस तरह...
Chitra Bisht
अपना ये गणतंत्र
अपना ये गणतंत्र
RAMESH SHARMA
विकट संयोग
विकट संयोग
Dr.Priya Soni Khare
देव प्रबोधिनी एकादशी
देव प्रबोधिनी एकादशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अपना मन
अपना मन
Neeraj Kumar Agarwal
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
shabina. Naaz
4599.*पूर्णिका*
4599.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्मृतियाँ
स्मृतियाँ
Dr. Upasana Pandey
नव वर्ष मंगलमय हो।
नव वर्ष मंगलमय हो।
Dr.sima
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहे
दोहे
गुमनाम 'बाबा'
जिन रिश्तों के खातिर हमने जीवन अर्पण कर डाला,
जिन रिश्तों के खातिर हमने जीवन अर्पण कर डाला,
jyoti jwala
ञ'पर क्या लिखूं
ञ'पर क्या लिखूं
Satish Srijan
???
???
*प्रणय प्रभात*
सफलता की ओर
सफलता की ओर
Vandna Thakur
कि चुभते फूल कांटों से, और शीतलता जलाती है।
कि चुभते फूल कांटों से, और शीतलता जलाती है।
श्याम सांवरा
नए मोड मिलते गए और हम रास्तों पर चलते गए,
नए मोड मिलते गए और हम रास्तों पर चलते गए,
sonu rajput
आप की मुस्कुराहट ही आप की ताकत हैं
आप की मुस्कुराहट ही आप की ताकत हैं
शेखर सिंह
अंजुरी भर धूप
अंजुरी भर धूप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
प्यारा सितारा
प्यारा सितारा
श्रीहर्ष आचार्य
One day you will be exactly where you want to be.One day, yo
One day you will be exactly where you want to be.One day, yo
पूर्वार्थ
*नए दौर में*
*नए दौर में*
Shashank Mishra
मुंडेरों पर नैन की,
मुंडेरों पर नैन की,
sushil sarna
Loading...