Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
22 Apr 2023 · 1 min read

अक्षय तृतीया ( आखा तीज )

अक्षय तृतीया ( आखा तीज )

फल भी वैसा ही मिले, डालो जैसा बीज।
अक्षय फल हर कर्म का, देती आखा तीज।।

ईश्वर का प्रतिरूप है, आखा तीज अमूर्त।
काम सभी निर्विघ्न हों, सोचें नहीं मुहूर्त।।

© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

Loading...