Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2023 · 1 min read

नियम, मर्यादा

नियम, मर्यादा
और प्रजातान्त्रिक
परिवेशों में ही
ग्रुप चलता है
इसकी अवहेलना
करने पर
वीभत्स रूप
बन जाता है !!@परिमल

887 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"समझ लेना होगा"
Dr. Kishan tandon kranti
सितारे  अभी  जगमगाने  लगे।
सितारे अभी जगमगाने लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4757.*पूर्णिका*
4757.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सत्य
सत्य
Rajesh Kumar Kaurav
#लघुकथा
#लघुकथा
*प्रणय प्रभात*
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
अच्छा नहीं लगता  मुझको भीड़ में चलना,
अच्छा नहीं लगता मुझको भीड़ में चलना,
Brandavan Bairagi
दोहे
दोहे
seema sharma
अपनों से बिछड़ने की स्थिति में बहुत कम ही ऐसे शख़्स होते हैं
अपनों से बिछड़ने की स्थिति में बहुत कम ही ऐसे शख़्स होते हैं
पूर्वार्थ
अमर काव्य
अमर काव्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
वक्त की नज़ाकत और सामने वाले की शराफ़त,
ओसमणी साहू 'ओश'
**जिंदगी रेत का ढेर है**
**जिंदगी रेत का ढेर है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बड़े वे भाग्यशाली दोस्त जिनके साथ चलते हैं
बड़े वे भाग्यशाली दोस्त जिनके साथ चलते हैं
Dr Archana Gupta
स्वतंत्रता
स्वतंत्रता
surenderpal vaidya
गणेश आये
गणेश आये
Kavita Chouhan
শিবকে নিয়ে লেখা কবিতা
শিবকে নিয়ে লেখা কবিতা
Arghyadeep Chakraborty
Red Rose
Red Rose
Buddha Prakash
नया साल
नया साल
Arvina
इश्क़  जब  हो  खुदा  से  फिर  कहां  होश  रहता ,
इश्क़ जब हो खुदा से फिर कहां होश रहता ,
Neelofar Khan
गुरु चरणों मे चारों धाम
गुरु चरणों मे चारों धाम
Dr. P.C. Bisen
धूप और कोहरा
धूप और कोहरा
पं अंजू पांडेय अश्रु
निर्मल भक्ति
निर्मल भक्ति
Dr. Upasana Pandey
भारतीय इतिहास का दर्शनशास्त्र (Philosophy of Indian History)
भारतीय इतिहास का दर्शनशास्त्र (Philosophy of Indian History)
Acharya Shilak Ram
ना दो उपाधि देवी की बस मुझको साधारण नारी ही तुम रहने दो।
ना दो उपाधि देवी की बस मुझको साधारण नारी ही तुम रहने दो।
Madhu Gupta "अपराजिता"
तू मुझको संभालेगी क्या जिंदगी
तू मुझको संभालेगी क्या जिंदगी
कृष्णकांत गुर्जर
I Can Cut All The Strings Attached.
I Can Cut All The Strings Attached.
Manisha Manjari
तुम पढ़ो नहीं मेरी रचना  मैं गीत कोई लिख जाऊंगा !
तुम पढ़ो नहीं मेरी रचना मैं गीत कोई लिख जाऊंगा !
DrLakshman Jha Parimal
दिल को जब दिलदार मिले,
दिल को जब दिलदार मिले,
sushil sarna
मेरी जीवन धारा
मेरी जीवन धारा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है।
Mohan Pandey
Loading...