Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
2 Mar 2023 · 1 min read

"कवि"

“कवि”
कलम की आग से
कोई घर नहीं, शमा जलाता है कवि,
सोये हुए ख्वाब को
दे-दे करके दस्तक जगाता है कवि।
भाषा की जड़ता को
उर-अन्तस में प्रवेश कर तोड़ देता है कवि,
भाषा की दिशा को
रस की ओर पूरी तरह मोड़ देता है कवि।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति

Loading...