बाँध लू तुम्हें......
बाँध लू तुम्हें……
ये तमन्ना नही……
बंध जाऊँ तुझसे…..
हाँ ये आरजू जरूर हैं…..
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद
बाँध लू तुम्हें……
ये तमन्ना नही……
बंध जाऊँ तुझसे…..
हाँ ये आरजू जरूर हैं…..
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद