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25 Feb 2023 · 1 min read

रहनुमा मिल गया

इस ज़माने को इक रहनुमा मिल गया
आप जब मिल गए फिर खुदा मिल गया

सर पे साया भला आपका मिल गया
खुल्द का दर हमें फिर खुला मिल गया

राहे मुश्किल में भी हौसला मिल गया
आप के नाम से रास्ता मिल गया

फर्क इससे बड़ा और क्या चाहिए
कुफ़ो ईमान में फ़ासला मिल गया

इश्क़ की जब हदों से गुजरते गए
दर्द सब मिट गए, आसरा मिल गया

होश में अब न ‘अरशद’ कभी आएंगे
मुस्तफा नाम का जब नशा मिल गया

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