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21 Jan 2023 · 1 min read

जो अंदर है , वह बाहर दिखता कहां है पहले से खत आशिक लिखता कहां है,

जो अंदर है , वह बाहर दिखता कहां है पहले से खत आशिक लिखता कहां है,

जिन कीमतों पर ठगे गए थे हम कभी
उन कीमतों पर प्यार बिकता कहां है ||

कवि दीपक सरल

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