हम वापस आएँगे( हिंदी गजल/गीतिका )

हम वापस आएँगे( हिंदी गजल/गीतिका )
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(1)
लाल चौक की करुण कहानी, हम मिलकर गाएँगे
आएँगे कश्मीरी पंडित , हम वापस आएँगे
(2)
झेलम के पानी से, अपना रिश्ता जनम-जनम का
फिर डलझील-शिकारा, बच्चों को हम दिखलाएँगे
(3)
हमें निकाला गया, जहाँ से उन्निस सौ नव्वे में
वह कश्मीर हमारा है, घर हम वहीं बसाएँगे
(4)
जो मानव-अधिकार, हमारे छीने दुनिया वालों !
पूछ रहे हम वापस वह, कब हमको दिलवाएँगे
(5)
क्या कसूर था क्यों हमको, घाटी से गया खदेड़ा
मौन अरे जो बंधु खड़े हैं, क्या हमको बतलाएँगे
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 999761 5451