Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jan 2023 · 1 min read

■ ख़ुद की निगरानी

■ दौर_बदलाव_का
और कुछ बदला हो, न बदला हो। इंसान ज़रूर बदल रहा है। हर दिन अपनी जरूरत के हिसाब से। तमाम तो इतना बदले कि अपनी मूल पहचान (मानवता) ही भूल गए। देखें, कहीं आप भी तो नहीं उनमें…?
【प्रणय प्रभात】

Language: Hindi
1 Like · 347 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*संगीतमय रामकथा: आचार्य श्री राजेंद्र मिश्र, चित्रकूट वालों
*संगीतमय रामकथा: आचार्य श्री राजेंद्र मिश्र, चित्रकूट वालों
Ravi Prakash
आया, आया है, बाल दिवस आया है
आया, आया है, बाल दिवस आया है
gurudeenverma198
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
बिखर रही है चांदनी
बिखर रही है चांदनी
surenderpal vaidya
सही दिशा में
सही दिशा में
Ratan Kirtaniya
Conscience
Conscience
Shyam Sundar Subramanian
मैं ख़ुद डॉक्टर हूं
मैं ख़ुद डॉक्टर हूं" - यमुना
Bindesh kumar jha
साजन की विदाई
साजन की विदाई
सोनू हंस
अल्फाज़
अल्फाज़
Shweta Soni
यौम ए पैदाइश पर लिखे अशआर
यौम ए पैदाइश पर लिखे अशआर
Dr fauzia Naseem shad
कहने के लिए तो बहुत शब्द लाया हूँ ।
कहने के लिए तो बहुत शब्द लाया हूँ ।
ललकार भारद्वाज
दस्तक भूली राह दरवाजा
दस्तक भूली राह दरवाजा
Suryakant Dwivedi
आत्मावलोकन
आत्मावलोकन
*प्रणय प्रभात*
आपकी आहुति और देशहित
आपकी आहुति और देशहित
Mahender Singh
थोड़ा-सा मुस्कुरा दो
थोड़ा-सा मुस्कुरा दो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
तुझसे लिपटी बेड़ियां
तुझसे लिपटी बेड़ियां
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
बाद मुद्दत के हम मिल रहे हैं
बाद मुद्दत के हम मिल रहे हैं
Dr Archana Gupta
इन दरकती रेत की दीवारों से,
इन दरकती रेत की दीवारों से,
श्याम सांवरा
सीता की खोज
सीता की खोज
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
" नश्वर "
Dr. Kishan tandon kranti
We meet some people at a stage of life when we're lost or in
We meet some people at a stage of life when we're lost or in
पूर्वार्थ
क्यों उसको, निहारना छोड़े l
क्यों उसको, निहारना छोड़े l
अरविन्द व्यास
4349.*पूर्णिका*
4349.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मन की गांठ
मन की गांठ
Sangeeta Beniwal
''तू-मैं इक हो जाएं''
''तू-मैं इक हो जाएं''
शिव प्रताप लोधी
सरफरोश
सरफरोश
Shekhar Chandra Mitra
रिश्ते-नाते
रिश्ते-नाते
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
तन पर कपड़े
तन पर कपड़े
Chitra Bisht
जिंदगी का पहिया बिल्कुल सही घूमता है
जिंदगी का पहिया बिल्कुल सही घूमता है
shabina. Naaz
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
डॉक्टर रागिनी
Loading...